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रूस-यूक्रेन युद्ध: पापा चिंता मत कीजिए, मैं ठीक हूं … फिर कट गया अक्षत का फोन

-राजकीय जिला कोरोनेशन अस्पताल में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ व प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ डीपी जोशी की यूक्रेन अपने बेटे अक्षत जोशी से आज सुबह मोबाइल पर बात हुई थी। लेकिन, फोन आधे में ही कट गया। जिससे उनका परिवार चिंतित है। हाथीबड़कला केंद्रीय विद्यालय में अध्यापिका रश्मि बिष्ट का बेटा सूर्यांश सिंह बिष्ट भी यूक्रेन के लिवीव मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। रश्मि को भी बेटे की चिंता सता रही है।

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। यूक्रेन-रूस के बीच छिड़े युद्ध के बाद वहां रह रहे देहरादून के छात्रों के परिजन चिंतित हैं। कुछ छात्रों की गुरुवार (आज) को परिजनों से मोबाइल पर बात भी हुई है। उन्होंने फिलहाल वहां पर हालत ठीक होने की बात कही है। लेकिन, सुबह जो तस्वीरें सामने आई, उसने परिजनों को डरा दिया है।

राजकीय जिला कोरोनेशन अस्पताल में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ व प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ डीपी जोशी ने बताया कि यूक्रेन में बिगड़ते हालात से उनका परिवार चिंतित है। उनका बेटा अक्षत जोशी यूक्रेन के खारकिव शहर से एमबीबीएस कर रहा है। अक्षत का एमबीबीएस का तीसरा वर्ष है। आज उनकी बेटे से मोबाइल पर बात हुई थी। अक्षत ने बताया कि इमरजेंसी लगने की वजह से मॉल आदि में भीड़ है। लोग सामान जोड़ रहे हैं।

फ्लाइट पर भी मंडराया संकट

यूक्रेन में बढ़ते चिंताजनक हालातों के मद्देनजर परिवार वालों के कहने पर अक्षत जोशी ने 27 फरवरी की फ्लाइट बुक कराई थी। कुछ देर बात होने के बाद अक्षत का फोट कट गया। दोबारा फोन न लगने से माता-पिता परेशान हैं। 28 फरवरी को उसे भारत पहुंचना है। कीव में रूसी सेना के घुसने की वजह से अब फ्लाइट पर भी संकट खड़ा हो गया है।

बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिजन चिंतित

अक्षत को खारकीव से 9-10 घंटे की दूरी तय कर फ्लाइट से कीव आना था। उसके बाद कीव से उसे भारत के लिए फ्लाइट पकड़नी है। फिलहाल कई छात्रों व अन्य लोगों के भारत आने पर संकट बना हुआ है। यूक्रेन की राजधानी कीव समेत लिवीव, खारकीव जैसे शहरों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए देहरादून से गए छात्र-छात्राओं के परिजन उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। परिजन चाहते हैं कि जल्द से जल्द यूक्रेन में फंसे उनके बच्चों को भारत सुरक्षित लाया जाए।

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