यूक्रेन-रूस युद्ध: पैदल ही पोलैंड की ओर चल दिया उत्तराखंड का सूर्यांश
-यूक्रेन और रूस के बीच जंग में देहरादून के 32 छात्र-छात्राएं राजधानी कीव के अलावा खारकीव, लिवीव जैसे शहरों में फंसे हुए हैं। सेना की ओर से तैयार किए गए बंकरों, रेलवे स्टेशनों के सबवे में शरण लिए हुए लोगों को दूतावास की ओर से किसी भी तरह से पोलैंड की सीमा तक पहुंचने को कहा गया है। लेकिन, वहां जाने वाली सड़क पर 25 किमी लंबा जाम लगा है। कई तो पैदल ही पोलैंड सीमा की ओर चल दिए हैं। पोलैंड की सीमा 75 किमी दूर है, ऐसे में रूसी सेना की ओर से की जा रही भारी बमबारी के बीच इतना लंबा सफर करना जिंदगी को जोखिम में डालने जैसा है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। उत्तराखंड के सूर्यांश सिंह, गाजियाबाद निवासी विनीत कुमार चौधरी, ओसामा कुरैशी, बिहार निवासी छात्र जीतेश व आशुतोष और राजस्थान निवासी राजेंद्र कुमार, गोपाल व अंकित के कई साथी पैदल ही पोलैंड की सीमा तक पहुंचने के लिए रवाना हो गए हैं। पूरे यूक्रेन से भारी संख्या में लोग पौलेंड की सीमा पर पहुंच रहे हैं, जिसके चलते गाड़ियों का भी गंभीर संकट हो गया है।
लिवीव से पोलैंड की सीमा 75 किमी दूर है। गाड़ियां न मिलने की स्थिति में बड़ी संख्या में लोग पैदल ही निकल पड़े हैं। सड़क पर युद्ध से खौफजदा लोग भागकर पोलेंड की सीमा पर पहुंच रहे हैं, जिसमें भारी संख्या में महिलाएं व बच्चे शामिल हैं। यूक्रेन में फंसे विनीत कुमार चौधरी, ओसामा कुरैशी, राजस्थान निवासी राजेंद्र व बिहार निवासी आशुतोष ने फोन पर बताया कि भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने एडवाइजरी जारी की है कि सभी लोग अपने संसाधनों से पोलैंड की सीमा पर पहुंचे। वहां से उन्हेें सुरक्षित निकालने को कदम उठाए जा रहे हैं।
यूक्रेन में फंसे लोगों के सामने संकट इसका है कि लिवीव से पोलैंड की सीमा 75 किमी दूर है, ऐसे में रूसी सेना की भारी बमबारी के बीच इतना लंबा सफर करना जिंदगी को जोखिम में डालने जैसा है। दूसरी ओर पोलैंड की सीमा पर जाने वाली सड़क पर 25 किमी लंबा जाम है। लाखों की संख्या में लोग पोलैंड की ओर जा रहे हैं, साथ ही खाने-पीने का भी संकट हो रहा है।
कैश का संकट
जंग के बीच फंसे छात्रों का कहना है कि भारी बमबारी के चलते लोगों ने एटीएम से नकदी निकाल ली है, जिसके चलते तमाम एटीएम खाली हो गए हैं। उनके सामने कैश का संकट हो गया है। नकदी न होने की वजह से वह खाने-पीने का सामान नहीं ले पा रहे। उनके पास कुछ ही दिनों का सामान बचा है। छात्रों का कहना है कि परिजनों ने बैंक खातों में पैसे तो जमा कराए। लेकिन, एटीएम में पैसे न होने की वजह से वे पैसे भी नहीं निकाल पा रहे हैं।
आपातकालीन नंबर
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केके मिश्रा ने बताया कि उत्तराखंड से शिक्षा व व्यवसाय समेत विभिन्न कार्यों के लिए राज्य के नागरिक यूक्रेन में निवासरत हैं। वहां रह रहे देहरादून जिले के नागरिकों का विवरण (उनका नाम, जिला और यूक्रेन में पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल, पासपोर्ट नंबर आदि) आपदा कंट्रोल रूम देहरादून के दूरभाष नंबर 0135-2726066, 1077 (टोल-फ्री), 07534826066 व ई-मेल आईडी-deoc.pgrc.ddn@gmail.com पर व आपातकालीन नंबर-112 पर भी उपलब्ध करा सकते हैं।