यूक्रेन में बिगड़े हालातों से निकलकर स्वदेश आए उत्तराखंड के विजय
-विजय ने बताया कि युद्ध की स्थिति बनने पर भारतीय दूतावास की ओर से एडवाइजरी जारी की गई थी। कहा गया था कि जो अपने साधनों से बॉर्डर पहुंच सकता है तो पहुंच जाए। ऐसे में वह अपने मित्रों के साथ टैक्सी बुक कर बॉर्डर पहुंचे।
यूक्रेन में यूआनो फ्रेस्क्यूब मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल अंतिम वर्ष के छात्र विजय चौहान सोमवार को हल्द्वानी की गुरुनानक कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंच गए। बेटे के घर पहुंचने पर परिजनों की सांस में सांस आई। साथ ही यूक्रेन में बिगड़े हालातों से निकलकर घर पहुंचने पर विजय ने भी राहत महसूस की।
विजय ने बताया कि यूक्रेन में स्थितियां काफी खराब हैं, दिनों-दिन तनाव बढ़ रहा है। वे समय पर स्वदेश लौट आए हैं। लेकिन, आगे क्या होगा कुछ नहीं कह सकते हैं। विजय ने बताया कि युद्ध की स्थिति बनने पर भारतीय दूतावास की ओर से एडवाइजरी जारी की गई थी। कहा गया था कि जो अपने साधनों से बॉर्डर पहुंच सकता है तो पहुंच जाए। ऐसे में वह अपने मित्रों के साथ टैक्सी बुक कर बॉर्डर पहुंचे। यूक्रेन बॉर्डर से रोमानिया बॉर्डर जाने के लिए 4 घंटे का समय लगा। रोमानिया सरकार की ओर से बेहतर व्यवस्था की गई थी। बॉर्डर से रोमानिया की राजधानी पहुंचे। वहां से एयर इंडिया का विमान लेकर आया।
पढ़ाई के लिए मिलती है स्कॉलरशिप
मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन जाने के सवाल पर विजय ने बताया कि वहां पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिलती है। भारत की अपेक्षा वहां पढ़ाई सस्ती भी है। उन्होंने कहा कि यहां प्राइवेट संस्थानों का बोलबाला है। लेकिन, यूक्रेन में ऐसा नहीं है। सरकार को यहां भी इसी प्रकार की व्यवस्था करनी चाहिए।