संयुक्त राष्ट्र महासभा में इमरान खान के भाषण का बहिष्कार
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बहिष्कार किया। जैसे ही इमरान के कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश की, तभी भारतीय प्रतिनिधि ने महासभा के हॉल से वॉकआउट कर दिया।
विदित है कि कोरोना काल में इस बार संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन वर्चुअली हो रहा है। इमरान खान भाषण में शुरू से ही जमकर झूठ बोले। उन्होंने कहा कि आरएसएस गांधी और नेहरू के लोकतांत्रिक मूल्यों को पीछे छोड़कर भारत को अब हिन्दू राष्ट्र बनाने की कोशिश में लगा है।
इमरान को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत
यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि ने इमरान के बयान पर जमकर पलट वार किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का बयान कूटनीतिक तौर पर बहुत ही निम्न स्तर का था। उन्होंने कहा कि इमरान को अपने गिरेबां में झांकने की जरूरत है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का बुरा हाल है। वहां अल्पसंख्यकों को ख़तम कर दिया गया है। जहां अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं, ऐसे देश के प्रधानमंत्री का दूसरे देश पर आरोप लगाना, दुनिया से सामने हकीकत से मुंह चुराना है।
पाकिस्तान पीओके से अवैध कब्जा खाली करे
भारत ने शनिवार को साफ शब्दों में कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान का पीओके पर अवैध कब्जा है, पाकिस्तान उसे तत्काल खाली करे। शनिवार को यूएन में भारत ने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए इंडिया मिशन के फर्स्ट सेक्रेट्री मिजितो विनितो ने कहा कि कश्मीर पर अब सिर्फ पीओके की बातचीत बची है। उन्होंने आतंकवाद को लेकर पाक पर निशाना साधा। इमरान खान को निशाना बनाते मिजितो ने कहा कि यूएन के मंच पर एक ऐसा नेता भारत के खिलाफ जगह उगल रहा है। जिसने खुद स्वीकार किया था कि उसके देश में आतंकवादी प्रशिक्षित होते हैं।