जोशीमठ में खुलेगा उत्तराखंड का पहला वेद विद्यालय, टीम ने किया भूमि-भवन का निरीक्षण
-वेद वेदांग स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ के परिसर में संचालित होगा वेद विद्यालय, संस्कृत शिक्षा में नवाचार की ओर बढ़ते कदम
-सचिव संस्कृत शिक्षा ने विद्यालय के गठन के लिए बनाई कमेटी। अपर सचिव विद्यालयी शिक्षा रवनीत चीमा कमेटी की चेयरमैन। संस्कृत शिक्षा निदेशक एसपी खाली ने निर्देशन में टीम ने किया भूमि भवन का निरीक्षण
देहरादून (dehradun)। उत्तराखंड का पहला वेद विद्यालय (ved Vidhyalaya) जोशीमठ (joshimath) में खुलने जा रहा है। वेद वेदांग स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ के परिसर में यह वेद विद्यालय संचालित होगा। संस्कृत शिक्षा निदेशक (Sanskrit education director) एसपी खाली (sp khali) के नेतृत्व में टीम ने विद्यालय के लिए भूमि और भवन का निरीक्षण कर लिया है। शासन की मंजूरी मिलते ही विद्यालय शुरू हो जाएगा।
उत्तराखंड सरकार (uttrakhand government) की चार धाम चार वेद (char dham char ved) परिकल्पना है। उसी परिकल्पना को मूर्त रूप देने का काम वेद विद्यालय खोलने के रूप में शुरू हो गया है। वेद विद्यालय की स्थापना के लिए सचिव विनोद कुमार रतूड़ी ने कमेटी गठित की है। कमेटी की चेयरमैन (chairman) अपर सचिव विद्यालयी शिक्षा रवनीत चीमा (Ravneet chima) को बनाया गया है।
संस्कृत शिक्षा निदेशक एसपी खाली ने बताया कि भूमि व भवन के निरीक्षण रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। मंजूरी मिलते ही विद्यालय संचालन का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की चार धाम चार वेद की परिकल्पना है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में से जोशीमठ में पहले वेद विद्यालय खोलने की तैयारी चल रही है। वेद वेदांग स्नातकोत्तर महाविद्यालय (ved vedang pg College) के परिसर ने वेद विद्यालय खोला जाएगा।