अचानक स्थगित हुआ विधानसभा सत्र तो मुख्य मंत्री बदलने की चर्चा हुई तेज
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र पूर्व घोषित तय समय सीमा से पहले शनिवार को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया है। अचानक सत्र समाप्ति की घोषणा के राजनीतिक पारा चढ़ गया। राजनीतिक गलियारों में उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा तेज हो गई।
शनिवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक विधानसभा भवन के बाहर धरने पर बैठ गए। कांग्रेसी कुम्भ के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए हाथों में गंगाजली लेकर धरने पर बैठे।
विधायकों ने पीठ से कार्य स्थगन की मांग करते हुये नियम 310 के तहत विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार पर चर्चा की मांग की। जिसे पीठ ने अस्वीकार कर दिया और बजट पर चर्चा शुरू करा दी। आधे घंटे के भोजन अवकाश के बाद ढाई बजे दोबारा बजट पर चर्चा शुरू हुई। लेकिन, विधानसभ अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सवा तीन बजे सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित करने की घोषणा कर दी।
गौरतलब है कि पूर्व में बजट सत्र एक से दस मार्च तक चलने की घोषणा कार्य मंत्रणा समिति ने की थी। तीन मार्च को दोबारा समिति ने शनिवार व रविवार को भी सदन की कार्यवाही जारी रखने का निर्णय लिया। लेकिन, शनिवार को अचानक सत्र स्थगित कर दिया गया।