उत्तराखंड की कर्णप्रयाग रेल परियोजना को इस साल लगेंगे पंख, मिलेंगे 4200 करोड़ रुपए
-उत्तराखंड की कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम इस वर्ष तेजी से होगा। केंद्रीय बजट में व्यवस्था होने पर मुख्यमंत्री ने भी खुशी जाहिर की है।
देहरादून (Dehradun)। उत्तराखंड की कर्णप्रयाग रेल परियोजना (karnprayag railway) के लिए केंद्र सरकार ने बजट में 4200 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में रुपए की व्यवस्था के बाद परियोजना के काम में तेजी आएगी।
रेल परियोजना के लिए बजट में व्यवस्था किए जाने लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM trivendra Singh Rawat) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (financ minister Nirmala seetaraman) और रेल मंत्री पीयूष गोयल (railway minister Piyush Goyal) का आभार जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड में बहुत तेजी से काम हो रहा है। अब पहाड़ में रेल का सपना जल्द ही पूरा होगा। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल (rishikesh karnprayag railway) परियोजना में नया रेलवे स्टेशन तैयार हो चुका है। यहां से ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो चुका है।
मुख्यमंत्री खुद कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। राज्य सरकार ने औपचारिकताओं को समय पर पूरा कराया है। हाल ही में परियोजना के लिए उपखनिज सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने खनन नीति में संशोधन किए ताकि परियोजना को समय से पूरा किया जा सके।
10 पैकेज में बांटा गया है 17 टनल का काम
परियोजना के तहत वीरभद्र-न्यू ऋषिकेश ब्लॉक सेक्शन (virbhadra new rishikesh Black section) का काम पूरा हो गया है। ऋषिकेश में एक आरओबी व एक आरयूवी भी तैयार है। परियोजना के तहत 17 टनल के कार्यों को 10 पैकेज में बांटा गया है। लछमोली और श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर आरओबी का काम भी शुरू हो चुका है। श्रीनगर, गौचर व सिवाई (shrinagar, gauchar and siwai) में रोड का काम भी तेजी से हो रहा है। ऋषिकेश-देवप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2023-24 व देवप्रयाग-कर्णप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2024-25 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।