विधानसभा चुनाव: बगावत करने वाले चेहरों की पहचान करेगी भाजपा, जेपी नड्डा ने रिपोर्ट
-नड्डा ने इस दौरान विधानसभा प्रभारियों को कई लक्ष्य दिए, जो अगले दिनों में पूरे किए जाने हैं। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सभी प्रभारियों को अपने क्षेत्र में टिकट के संभावित दावेदारों की सूची बनाने को कहा गया है। ऐसे दावेदारों की पहचान करने को भी कहा गया है जो टिकट न मिलने की स्थिति में बगावत कर सकते हैं।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। भाजपा विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण से पहले हर विधानसभा क्षेत्र में टिकट न मिलने पर बगावत करने वाले संभावित चेहरों की पहचान करेगी। सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों को ऐसे लोगों की सूची बनाकर सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को गढ़वाल मंडल के 41 विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए जिला प्रभारियों, विधानसभा प्रभारियों, विस्तारकों, जिला प्रवासी और सहायक प्रवासियों की बैठक ली।
उन्होंने बैठक में कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए समय बहुत कम रह गया है। ऐसे में अगले कुछ दिन बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। पार्टी विधानसभा चुनावों में एक बार फिर बंपर सीटों के साथ जीत सुनिश्चित करना चाहती है। इसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करना होगा।
नड्डा ने इस दौरान विधानसभा प्रभारियों को कई लक्ष्य दिए, जो अगले दिनों में पूरे किए जाने हैं। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सभी प्रभारियों को अपने क्षेत्र में टिकट के संभावित दावेदारों की सूची बनाने को कहा गया है। ऐसे दावेदारों की पहचान करने को भी कहा गया है जो टिकट न मिलने की स्थिति में बगावत कर सकते हैं। बगावत करने वाले संभावित दावेदारों की पहचान करने के साथ ही रिपोर्ट देने को कहा गया है। बगावत करने वाले लोगों की पहचान करने के साथ ही ऐसे लोगों की भी सूची बनाने को कहा गया है जो इन दावेदारों को प्रभावित करने या मनाने की स्थिति में हों ताकि जरूरत पड़ने पर ऐसे लोगों को चुनाव लड़ने से रोका जा सके और पार्टी प्रत्याशी को किसी भी तरह का नुकसान न हो पाए।
भाजपा में कई सीटों पर टिकट के कई दावेदार हैं। पार्टी सर्वे में कमजोर चल रहे कुछ प्रत्याशियों के टिकट काटने पर भी इस बार विचार कर रही है। ऐसे में बगावत की स्थिति से इंकार नहीं किया जा सकता। भाजपा के नेताओं को इस बात का अंदाजा है कि ऐन वक्त पर टिकट न मिलने से नाराज होकर कुछ नेता पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। इससे पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को नुकसान होना तय है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए पार्टी अभी से तैयारी कर रही है ताकि चुनाव में बगावत व इस तरह की स्थितियों से निपटा जा सके और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को नुकसान न हो।