हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का निधन
-वीरभद्र सिंह वर्तमान में अर्की से विधायक थे। वह केंद्र सरकार में भी मंत्री रहे। उन्होंने केंद्रीय इस्पात मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय संभाले।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का आज (गुरुवार) निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से वह शिमला के आईजीएमसी में उपचाराधीन थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
वीरभद्र करीब ढाई महीने से आईजीएमसी में दाखिल थे। सोमवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया था, इसके बाद से वह बेहोशी की हालत में ही रहे। लेकिन, वीरवार सुबह 3:40 मिनट पर उनकी मौत हो गई।
नेहरू लाए राजनीति में
वीरभद्र सिंह को पंडित जवाहर लाल नेहरू राजनीति में लाए थे। इस बात को वह कई बार दोहराते थे। कई राजनीतिक मंचों से भी उन्होंने इस बात का जिक्र किया। लोकसभा के लिए वह पहली बार 1962 में चुने गए। उसके बाद 1967, 1971, 1980 व 2009 में भी चुने गए। वीरभद्र वर्ष 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998 में कुछ दिन तक तीसरी बार, फिर 2003 से 2007 व 2012 से 2017 में हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे।
राज परिवार में हुआ जन्म
वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ। पिता की मृत्यु के बाद मात्र 13 वर्ष की उम्र में वह राजगद्दी पर बैठ गए थे। देश आजाद होने के बाद पंडित नेहरू के कहने पर वह राजनीति में आ गए। राज्य से लेकर केंद्र सरकार ने भी उन्होंने काम किया।