अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस: रूढ़ियों पर प्रहार करता ‘फट जा पंचधार’
-अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की संरचना इस वर्ष की थीम ’ब्रेक द बायस’ को केंद्र में रखकर बुनी गयी। लेखन, शिक्षण व समाजसेवा क्षेत्र के तीन जाने- माने व्यक्तियों रेखा चमोली, राजेश सकलानी और उमा भट्ट से बातचीत कई गंभीर प्रश्नों से गुजरते हुए स्त्री विमर्श को नई दिशा देने में सफल रहा।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली प्रमुख सामाजिक संस्था अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्वावधान में महिला दिवस का आयोजन संस्था के आमवाला तरला स्थित परिसर के ओपन एयर थियेटर में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के संघर्ष और उनकी जिजीविषा को समर्पित विचारों पर चर्चा के माध्यम से वर्तमान में उनके प्रयासों को स्वीकारना और सराहना रहा।
जाने -माने लेखक विद्यासागर नौटियाल के नाटक ‘फट जा पंचधार’ के प्रभावशाली मंचन के माध्यम से स्त्री के संघर्ष और उसके क्रांतिकारी भावना को उजागर करने में कुसुम पन्त का सशक्त अभिनय और अभिषेक मैंदोला का निर्देशन दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहा।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की स्थापना और शिक्षा और सामाज सेवा के विविध क्षेत्रों में उसके महत्वपूर्ण योगदान से अवगत कराया गया। इसी क्रम में प्रदेश के जाने- माने साहित्यकार और उत्तराखंड की बोलियों पर अपने रचनात्मक कार्य से पहचाने जाने वाले डा. नंदकिशोर हटवाल ने अपनी प्रसिद्ध कविता ‘बेटियाँ’ का पाठ कर दर्शकों को बेटियों की जिजीविषा का गंभीर अहसास कराया।
कार्यक्रम में आगे बढ़ते हुए महिलाओं के अपने अधिकारों के लिए संघर्ष की ऐतिहासिक घटनाओं से गुजरते हुए महिला दिवस को मनाने के महत्व/आवश्यकता को भी सामने लाया गया। साक्षात्कार में रेखा चमोली ने विद्यालयों में जेंडर के मुद्दे पर समानता को महत्वपूर्ण बताया। राजेश सकलानी ने देश -दुनिया में विभिन्न प्रकार के विभेदों को दूर करने पर बल दिया। कार्यक्रम में एससीईआरटी और डायट के प्रवक्ताओं सहित जनपद के प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के परिसर के आसपास स्थित मधुवन एन्क्लेव के निवासियों की प्रतिभागिता भी सराहनीय रही।
पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक व साहित्यकार डा. सविता मोहन, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता भट्ट के साथ ही नगर/क्षेत्र की विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों व विद्यालय के बच्चों की उपस्थिति उत्साहवर्धक रही। कार्यक्रम में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के रबीन्द्र सिंह जीना, अम्बरीश बिष्ट, चंद्रकला भंडारी, प्रदीप डिमरी, अनूप बडोला, प्रिया जायसवाल, हिमानी, मोहन पाठक, गणेश बिष्ट आदि का योगदान सराहनीय रहा। कार्यक्रम का सञ्चालन संस्था के अशोक मिश्र और प्रतिभा कटियार ने संयुक्त रूप से किया।