योगी आदित्यनाथ ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक उप-मुख्यमंत्री
-शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष, अनुराग ठाकुर, बृजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, सुनील बंसल, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार आज उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभाली। योगी आदित्यनाथ के साथ कुल 52 मंत्री शपथ ली। 52 में से दो उप-मुख्यमंत्री (केशव प्रसाद व मौर्य ब्रजेश पाठक) और 16 मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 20 राज्यमंत्री हैं। गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया।
योगी-मोदी जिंदाबाद से गूंजा स्टेडियम
शपथ ग्रहण समारोह के बाद पीएम मोदी ने सभी नेताओं से मुलाकात की। नेताओं के साथ सामूहिक फोटो खिंचवाई। स्टेडियम में मौजूद नेताओं व कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। मोदी को अपने बीच पाकर कार्यकर्ता उत्साहित दिखे। इस दौरान पूरा स्टेडियम भारत माता की जय, वंदे मातरम, योगी-मोदी जिंदाबाद के नारे गूंजता रहा।
बढ़ गया ब्रजेश पाठक का कद
हरदोई जिले के मूल निवासी व लखनऊ जिले से भाजपा विधायक ब्रजेश पाठक का कद योगी सरकार में बढ़ गया है। पिछली सरकार में वह कानून मंत्री थे। इस बार उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है। ब्राह्मण समाज में उनकी पकड़ काफी अच्छी है। उनको ब्राह्मणों का चेहरा माना जाता है। पाठक पहली बार अपने गृह जनपद से 2002 में विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे।हालांकि, मामूली अंतर से चुनाव हार गये थे। इसके बाद वह बसपा के टिकट पर उन्नाव जिले से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। लोकसभा के साथ ही वह राज्यसभा सांसद भी रहे। सियासी हवा भांपते हुए बाद में वह भाजपा में शामिल हो गये थे। 2017 में लखनऊ से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके साथ ही योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कानून मंत्री रहे। आज उनके डिप्टी सीएम बनने पर लखनऊ के साथ ही उन्नाव और हरदोई जिले में हर्ष की लहर है।
बुंदेलखंड से स्वतंत्र देव बने कैबिनेट मंत्री, दो विधायक बने राज्यमंत्री
बुंदेलखंड से इस बार योगी कैबिनेट में दो विधायकों को राज्यमंत्री बनाया गया है। इसमें ललितपुर की महरौनी विधानसभा से विधायक मनोहर लाल पंथ और बांदा की तिंदवारी विधानसभा से विधायक रामकेश निषाद शामिल हैं। इसके अलावा स्वतंत्र देव सिंह कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। मूलत: मिर्जापुर निवासी होने के बावजूद झांसी मंडल के जालौन जनपद को उनकी कर्मभूमि माना जाता है।
सोमेंद्र तोमर ने तय किया मंत्री तक का सफर
मेरठ में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (कैंपस) की राजनीति से शुरू हुआ सोमेंद्र तोमर का सफर मंत्री पद पहुंच गया है। मेरठ की दक्षिण सीट से लगातार दो बार विधायक चुने जाने के बाद उन्हें योगी के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
योगी सरकार का मंत्रिमंडल
-केशव प्रसाद मौर्य ने दोबारा उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। विधानसभा चुनावों में हार के बावजूद भाजपा आलाकमान ने उन पर भरोसा रखा है।
-योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है।
-संजय निषाद .. निषाद समाज में अच्छी पैठ रखने वाले संजय निषाद को मंत्री बनाया गया है। उनकी निषाद पार्टी भी है।
-आशीष पटेल को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है। वर्तमान में वह एमएलसी हैं।
-योगेंद्र उपाध्याय को मंत्री पद मिला है। उपाध्याय आगरा दक्षिण सीट से विधायक चुने गए हैं। लगातार तीसरी वह विधानसभा पहुंचे हैं। पश्चिमी यूपी के ब्राह्मण समाज में उनकी अच्छी पैठ है।
-अरविंद कुमार शर्मा (पीएम मोदी के करीबी) को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है। वह गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। मूल रूप से वह मऊ के रहने वाले हैं।
-राकेश सचान को योगी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। सचान कानपुर की भोगनीपुर सीट से विधायक चुने गए हैं। सचान कांग्रेस और सपा सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। कुर्मी बिरादरी में उनकी अच्छी पैठ है।
-जितिन प्रसाद … कांग्रेस से भाजपा में आए और ब्राह्मण समाज में पैठ रखने वाले जितिन प्रसाद को भी योगी के मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
-राजभर समाज में पैठ रखने वाले अनिल राजभर को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है। पूर्वांचल में राजभर समाज में उनकी अच्छी पकड़ है।
-भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है। वह योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी मंत्री थे। जाट समाज में उनकी अच्छी पैठ है।
-नंद गोलाप नंदी को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जगह मिली है। नंदी प्रयागराज दक्षिण सीट से विधायक चुने गए हैं। नंदी तीसरी बार विधायक बने हैं।
-धर्मपाल सिंह को मंत्री बनाया गया है। धर्मपाल बरेली की आंवला विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। सिंह की पिछड़े वर्ग में अच्छी पकड़ है।
-जयवीर सिंह को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है। वह मैनपुरी विधानसभा से विधायक हैं। जयवीर मुलायम और मायावती सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
-लक्ष्मी नारायण चौधरी को योगी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली है। वह मायावती सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। छाता विधानसभा से पांच बार चौधरी विधायक रह चुके हैं। चौधरी जाट समाज से आते हैं।
-बेबी रानी मौर्य को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। वह उत्तराखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
-स्वतंत्र देव सिंह को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री बनाया गया है। वह यूपी भाजपा अध्यक्ष हैं।
-योगी सरकार में सूर्य प्रताप शाही को भी जगह मिली है। उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली है। शाही को भाजपा के कद्दावर नेताओं में गिना जाता है।
-सुरेश कुमार खन्ना को योगी कैबिनेट में जगह मिली है।
योगी सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-नितिन अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-कपिल देव अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-रवींद्र जायसवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-संदीप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-गुलाब देवी -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-गिरीश चंद्र यादव -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-धर्मवीर प्रजापति -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-असीम अरुण -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-जेपीएस राठौर -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-दयाशंकर सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-नरेंद्र कश्यप -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-दिनेश प्रताप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-अरुण कुमार सक्सेना -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
-दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
योगी मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री
-मयंकेश्वर सिंह
-दिनेश खटीक
-संजीव गोंड
-बलदेव सिंह ओलख
-अजीत पाल
-जसवंत सैनी
-रामकेश निषाद
-मनोहर लाल मन्नू कोरी
-संजय गंगवार
-बृजेश सिंह
-के पी मलिक
-सुरेश राही
-सोमेंद्र तोमर
-अनूप प्रधान ‘वाल्मीकि
-प्रतिभा शुक्ला
-राकेश राठौर गुरु
-रजनी तिवारी
-सतीश शर्मा
-दानिश आजाद अंसारी
-विजय लक्ष्मी गौतम