एसएफआई ने यूजीसी के नोटिस की प्रतियां जलाई
देहरादून। एसएफ़आई ने सितंबर में महाविद्यालयों में परीक्षा करवाने के यूजीसी के फैसले का विरोध किया है। संगठन से जुड़े छात्र छात्राओं ने फैसले का विरोध करते हुए डीएवी पीजी कालेज में लॉ विभाग के सामने नोटिस की प्रतियां जलाई।
एसएफआई के राज्य सचिव हिमांशु चौहान ने बताया कि यूजीसी की ओर से जारी नोटिस में अंतिम वर्ष के सभी छात्रों को परीक्षा देना अनिवार्य है। ग्रह मंत्रालय के निर्देश में विश्वविद्यालयों को सितंबर अंत तक परीक्षा करवाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि महामारी जिस तरह पैर पसार रही हैं, उन हालात में परीक्षा व सामाजिक दूरी का पालन कठिन है। दूरदराज के छात्रों को परीक्षा के लिए बुलाना मुश्किल काम हैं। इसलिए सितम्बर में परीक्षा नहीं होनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा ने कहा कि
यूजीसी की नई गाइडलाइन्स अस्पष्ट हैं। राज्य कमेटी की सहसचिव सुप्रिया भण्डारी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। मार्च से स्कूल कॉलेज बंद हैं। वहीं, यूजीसी ने नोटिफिकेशन जारी कर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने का फैसला लिया है, जिससे विद्यार्थी चिंतित है। छात्र तीन महीने से घर पर हैं। बड़ी संख्या में विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से सिलेबस पूरा नहीं कर पाए हैं। प्रतियां जलाने वालों में सोनाली नेगी, मोहित, अतुल कांत आदि शामिल रहे।