जम्मू-कश्मीर अब केंद्र शासित प्रदेश, देशभर में ख़ुशी, बांटी मिठाइयां
देहरादून, 5 अगस्त: जम्मू-कश्मीर राज्य के दो हिस्से कर उन्हें केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। लद्दाख को इससे अलग कर दिया गया है। अब एक क्षेत्र जम्मू-कश्मीर और दूसरा लद्दाख ने नाम से होगा। केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य का दर्जा ख़त्म हो गया है। इसके साथ धारा 370 भी ख़त्म हो गई है। केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद देशभर में ख़ुशी की लहर है। देशभर में मिठाइयां बांटी गई।
जम्मू-कश्मीर राज्य का दर्जा ख़त्म होने के बाद अब वहां सिर्फ तिरंगा ही फहराया जायेगा। जम्मू-कश्मीर का अब अलग झंडा नहीं होगा। वहां बाहरी लोग जमीन ले सकेंगे। वहां अब जम्मू-कश्मीर का अलग कानून नहीं चलेगा। अब तक आरटीआई के तहत सुचना मांगने पर रोक थी जो कि धारा 370 ख़त्म होने के साथ ही खत्म हो जायेगी। देशभर की तरह जम्मू-कश्मीर में भी अब आरटीआई के तहत जानकारी मांगी जा सकेगी। अब तक वहां पर विधानसभा का कार्यकाल 6 वर्ष का होता था, जबकि पूरे देश में यह 5 वर्ष है। 370 ख़त्म होने के बाद विधानसभा का 6 वर्ष के कार्यकाल वाला नियम भी ख़त्म हो गया है। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने पर शिवसेना, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी सहित कई अन्य दलों ने भी सरकार का समर्थन किया है। वहीँ कांग्रेस ने इसका विरोध किया है।