बागियों ने बढ़ाई भाजपा-कांग्रेस की मुश्किल, 22 बागी निर्दलीय देंगे चुनौती
भाजपा के बागी
डोईवाला- जितेंद्र नेगी, धर्मपुर- वीर सिंह पंवार, देहरादून कैंट- दिनेश रावत, धनोल्टी- महावीर रांगड़, घनसाली- दर्शनलाल, कोटद्वार- धीरेंद्र सिंह चौहान, कर्णप्रयाग- टीका प्रसाद मैखुरी, रुद्रपुर- राजकुमार ठुकराल, किच्छा- अजय तिवारी, रानीखेत- दीपक करगेती, लालकुआं- पवन चौहान और कुंदन मेहता, भीमताल- लाखन सिंह नेगी, मनोज साह व रुड़की में नितिन शर्मा।
घनसाली- भीमलाल आर्य, यमुनोत्री- संजय डोभाल, रुद्रप्रयाग- मातबर सिंह कंडारी, लालकुआं- संध्या डालाकोटी, बागेश्वर- बालकृष्ण व भैरवनाथ रामनगर से संजय नेगी।
कार्यकर्ता किसी वजह से नाम वापस नहीं ले पाए हैं, उसके बाद संगठन स्तर पर समीक्षा बैठक की जाएगी। ऐसे बागियों को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने के लिए समझाया जाएगा। यदि इसके बावजूद बागी नहीं माने तो पार्टी के लिए अनुशासनहीनता की कार्रवाई का विकल्प बचेगा।
मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
नामांकन वापसी के अंतिम दिन कई नेताओं ने अपने उम्मीदवारी वापस ले ली है। जानकारी में आया है कि कुछ स्थानों पर कुछ नेता नाम वापस नहीं ले पाए। ऐसे सभी नेताओं से अपेक्षा की गई है कि वो पार्टी के अधिकृ़त प्रत्याशी के समर्थन में काम करें। उनका पार्टी में सम्मान यथावत बहाल रखा जाएगा। इसके बावजूद यदि कोई अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ सक्रिय रहता है तो पार्टी उसे गंभीरता से लेगी। ऐसे लोगों के बाबत पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में निर्णय किया जाएगा।
गणेश गोदियाल, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस
