आचार्य ज्ञानसागर महाराज जी का देवलोक में गमन, जैन समाज को अपूरणीय क्षति
-आचार्य ज्ञानसागर महाराज जी के देवलोक में गमन पर मानवधिकार सामाजिक न्याय संगठन के चेयरमैन सचिन जैन ने किया शोक व्यक्त
देहरादून (dehradun)। मानवधिकार सामाजिक न्याय संगठन (manvadhikar samajik nyay sangthan) के चेयरमैन (chairmen) सचिन जैन (sachin Jain) ने आचार्य ज्ञानसागर महाराज जी के देवलोक में गमन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आचार्य ज्ञानसागर महाराज जी का निधन संपूर्ण जैन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका योगदान हमेशा हृदय पटल पर अंकित रहेगा।
उन्होंने जैन धर्म प्रभाव में पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा आदि प्रदेशों में हजारों किलोमीटर का पद विहार किया। देश के बड़े-बड़े शहरों में जेलों में कैदियों को प्रवचन के माध्यम से जीवन जीने की कला सिखाई, उनका जीवन सफल बनाया। ऐसे अद्भुत चेतन को जैन समाज ने खो दिया है। सचिन जैन ने कहा कि उन्होंने उन्हीं से प्रेरित होकर मानवधिकार सामाजिक न्याय संगठन के सभी लोगों से नेत्रदान करने के लिए सबको प्रेरित किया। पूज्य महाराज जी की आहार चर्या जहां-जहां भी हुई, उनके चरण वहां अंकित जाते हैं। ऐसे गुरुदेव जिनकी सोच समाज के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा और उच्च पदों पर पहुंचने में महाराज जी ने अमूल्य योगदान दिया, वह स्मरणीय है। पूज्य गुरुदेव बेशक देवलोक चले गए हैं। लेकिन, उनका अस्तित्व, उनकी छवि, उनका प्रभाव, हम सभी के दिल में हमेशा रहेगा। जैन ने उनको श्रद्धांजलि देते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रण लिया।