डॉ निशंक ने किया ‘आरपी डंगवाल ‘शिरीष’ की काव्य कृति ‘अनुभूति के स्पंद’ का लोकार्पण
-केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के देहरादून स्थित कार्यालय सभागार में आयोजित किया गया पुस्तक विमोचन समारोह।
-वरिष्ठ साहित्यकार आरपी डंगवाल शिरीष के काव्य संग्रह ‘अनुभूति के स्पंद’ में संकलित हैं 234 कविताएं
-सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री लीलाधर जगुड़ी और संचालन कवि/पत्रकार वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” ने किया
देहरादून (dehradun)। वरिष्ठ साहित्यकार वरिष्ठ साहित्यकार आरपी डंगवाल ‘शिरीष’ के काव्य संग्रह ‘अनुभूति के स्पंद’ का लोकार्पण (book realized) शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री (central education minister) डॉ रमेश पोखरियाल निशंक (Dr Ramesh pokhriyal nishank) और वरिष्ठ साहित्यकार लीलाधर जगुड़ी ने किया। डंगवाल के काव्य संग्रह अनुभूति के स्पंदन में 234 कविताएं संकलित हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री के देहरादून स्थित कार्यालय सभागार में आयोजित पुस्तक लोकार्पण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मंत्री केन्द्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि साहित्य समाज को जोड़ने का काम करता है। समाज को दिशा देने का काम करता है। आरपी डंगवाल के काव्य संग्रह अनुभूति के स्पंदन विभिन्न विषयों पर आधारित रचनाएं हैं। दर्द और आदमी, दरवाजा, आत्मा की कोख, आंधियां, आंसू, खिसकता पहाड़, समय के तेवर जैसी रचनाएं हैं, जो गंभीरता से सोचने को मजबूर करती हैं।
उन्होंने कहा कि अनुभूति के स्पंद काव्य संग्रह अधिक से अधिक लोगों तक जाना चाहिए और अधिक लोगों को यह संग्रह पढ़ना चाहिए। डॉ निशंक ने वयोवृद्ध साहित्यकार आरपी डंगवाल को काव्य संग्रह के लिए शुभकामनाएं दी।
वरिष्ठ साहित्यकार लीलाधर जगुड़ी (leeladhar jagudi) ने कहा कि आरपी डंगवाल का काव्य संग्रह अनुभूति के स्पंद लोकार्पित होना सुखद है। अच्छी कविताएं पाठकों के बीच पहुंचेगी। उन्होंने स्मृतियां ताजा करते हुए कहा कि सत्तर-अस्सी के दशक में जब उत्तरकाशी में कवि सम्मेलन होते थे तो आरपी डंगवाल मुख्य कवि होते थे। उस समय से वर्तमान तक वह साहित्य में गतिमान हैं। समारोह के अंत में रैनबैक्सी सनफार्मा के सेवानिवृत्त प्लांट मैनेजर राकेश डंगवाल ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। समारोह की अध्यक्षता पद्मश्री लीलाधर जगुड़ी और संचालन कवि/पत्रकार वीरेन्द्र डंगवाल पार्थ” ने किया।
समरोह में इनकी रही गरिमामय उपस्थिति
समारोह में सच्चिदानंद जोशी, रमेश उनियाल, शशि भूषण बडोनी, विजय प्रकाश डंगवाल, जेपी बहुगुणा, युद्धवीर नेगी, श्रीमती विजय बडोनी डंगवाल, मधुर वादिनी तिवारी, सुभाष भट्ट, बैचैन कंडियाल, सोहन लाल खंडेलवाल, सुमनलता गौड़ आदि मौजूद रहे।