सीबीआई जांच की मांग से तिलमिलाए हरक सिंह रावत, बोले… बोर्ड के 50 करोड़ रुपए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किए पास
-उत्तराखंड राज्य कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल और कैबिनेट मंत्री व बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरक सिंह रावत में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी। सत्याल की ओर से हरक के समय बोर्ड में हुए काम की सीबीआई जांच की मांग पर भड़के हरक सिंह।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उत्तराखंड राज्य कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल की ओर से बोर्ड में उनके कार्यकाल से पहले हुए काम की सीबीआई जांच की मांग पर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत तिलमिला उठे। हरक ने मीडिया के माध्यम से सत्याल से पूछा कि क्या सत्याल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। क्योंकि, उनके अनुमोदन पर बोर्ड के 50 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पास किए थे।
3 साल में कमाकर दिए 200 करोड़ रुपए
मंत्री हरक सिंह रावत ने सत्याल को खुलकर चुनौती देते हुए कहा कि मेरे कार्यकाल में कर्मकार बोर्ड में हुए कामों की सीबीआई क्या, किसी भी एजेंसी से जांच करा लें। आज नहीं सालों बाद भी करा ले, तो उसमें कोई घपला घोटाला नहीं निकलने वाला।अध्यक्ष को समझना चाहिए कि वह किस पर सवाल खड़े कर रहा है। हरक ने कहा कि कर्मकार बोर्ड को मेरे आने से पहले कोई जानता तक नहीं था। मैंने इसमें अधिकारियों को काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। 15 साल में बोर्ड को डेढ़ सौ करोड़ रुपए मिले। जबकि, हमने मात्र 3 साल में ही 200 करोड़ रुपए बोर्ड को कमा कर दिए।
केंद्र सरकार की एजेंसियों से कराई खरीद
बोर्ड में जो भी खरीद हुई, वह केंद्र सरकार की एजेंसियों द्वारा खरीदी गई। हमारे समय में जो भी सामान लिया गया, वह उच्च कोटि का था। सत्याल को समझना चाहिए कि वह मुझ पर नहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर सवाल खड़े कर रहे हैं। क्योंकि त्रिवेंद्र सिंह रावत भी चाहते थे कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बने। उसके लिए मैंने बकायदा 50 करोड़ का प्रस्ताव एक विधायक के रूप में मुख्यमंत्री को दिया था। प्रस्ताव उन्होंने मंजूर भी किया था। ऐसे में बोर्ड ने जो रुपया जारी किया, उस पर सीबीआई से जांच कराएंगे तो क्या वो त्रिवेंद्र सिंह रावत की जांच करना चाहते हैं।
साइकिल वितरण में त्रिवेंद्र थे मुख्य अतिथि
हरक सिंह ने कहा कि विधायक हरबंस कपूर के क्षेत्र में सबसे पहला साइकिल वितरण का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्य अतिथि थे। ऐसे में हमारे कार्यकाल पर सवाल खड़े करना ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री को इस तरीके के आरोप लगाने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए।