काव्य

सुनील शर्मा की कलम से… मेरा देश हुआ शर्मिंदा मुट्ठी भर गद्दारों से

सुनील शर्मा गुरुग्राम हरियाणा —————————————————————– देश हुआ शर्मिंदा मेरा देश हुआ शर्मिंदा मुट्ठी भर गद्दारों…

विश्व फार्मासिस्ट दिवस के उपलक्ष्य में धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ की एक रचना

धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ चीफ फार्मासिस्ट, अल्मोड़ा ———————————————————- निज सेवाओं में उत्कृष्ट हूं, हां, मैं एक…

कवि जसवीर सिंह ‘हलधर’ की एक शानदार रचना…. एक मुसाफिर लिए तिरंगा

जसवीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड ———————————— एक मुसाफिर लिए तिरंगा —————————————— एक हाथ में लिए…