साहित्य उत्तराखंड के वर्तमान राजनीतिक परिवेश पर कवि/चिंतक विजय स्नेही की कुछ पंक्तियां March 9, 2021 admin विजय स्नेही देहरादून,उत्तराखंड ———————————— वर्तमान राजनीतिक परिवेश पर कुछ पंक्तियां ————————————————– रंग बदलते देखा है,…
संस्मरण साहित्य महिला दिवस पर विशेष… ‘हरा समंदर गोपी चंदन’ March 8, 2021 admin छोटी कन्याओं में देवी रूप देखने की मान्यता हमेशा से पहाड़वासियों में रही है। बद्री-केदारखंड…
साहित्य महिला दिवस पर विशेष… कवि सुरेश स्नेही की एक रचना.. है नमन तुम्हारा इस धरा पर March 8, 2021 admin सुरेश स्नेही सुपाणा, चौरास, टिहरी गढ़वाल ———————————————– ‘नारी’ (अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष) ————————————————– तुम…
News Update देहरादून साहित्य सिटी अपडेट ‘करके पतझड़ का अंत लो आ पहुंचा नवल वसंत’.. फागुन, होली, श्रृंगार के रंगों से सराबोर रही वाजा इंडिया की काव्य गोष्ठी March 7, 2021 admin -राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसियेशन (वाजा इंडिया) की उत्तराखंड इकाई ने आयोजित की काव्य गोष्ठी। शब्द…
साहित्य डॉ अलका अरोड़ा के कोमल भाव.. जुगनू आये नया उजाला लेकर March 7, 2021 admin डॉ अलका अरोड़ा देहरादून, उत्तराखंड ————————————- जुगनू आये नया उजाला लेकर – – – –…
साहित्य हेल्थ कवि जसवीर सिंह हलधर की एक ग़ज़ल… जिंदगी उलझी पहेली बेवज़ह करती फसाद March 6, 2021 admin जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ———————————– ग़ज़ल ( हिंदी ) —————————- जिंदगी उलझी पहेली बेवज़ह…
साहित्य पुस्तक समीक्षा ‘आका बदल रहे हैं’… डॉ रामेश्वर सिंह की नजर में मास्को से March 6, 2021 admin ‘आका बदल रहे हैं’ विजय तिवारी का ग़ज़ल संग्रह है। संग्रह में 89 ग़ज़ल संकलित…
साहित्य कवि जसवीर सिंह हलधर की ग़ज़ल… गले लगाकर कश्मीरी को, हिंदुस्तानी बोला जाए.. March 5, 2021 admin जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ———————————— मुक्तिका (ग़ज़ल) ———————————– घाटी में रस घोला जाए। झूँठ…
साहित्य कवि जसवीर सिंह हलधर की ग़ज़ल… कांठ के घोड़े हकीकत जानते क्या अस्तबल की. March 3, 2021 admin जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————- ग़ज़ल(हिंदी) ————————— कांठ के घोड़े हकीकत जानते क्या अस्तबल…
साहित्य तारा पाठक की एक बाल कविता… टिक टिक टिक टिक घोड़ा… March 2, 2021 admin तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र ——————————————— अड़ियल टट्टू —————————— टिक टिक टिक टिक घोड़ा। देखो…