साहित्य

कवि जसवीर सिंह “हलधर” का एक गीत … मानव के कर्मों के कारण वातावरण सवाल रहा है

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————– गीत – मानव खुद का काल मानव के कर्मों…

डॉ राजेश्वर उनियाल को मिलेगा पद्मश्री अनंत गोपाल शेवडे हिंदी सेवा पुरस्कार

भारत के राष्ट्रपति से साहित्य सम्मान प्राप्त डॉ राजेश्वर उनियाल को महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य…

लेखिका प्रेमलता सजवाण की ‘मुझे कुछ कहना है’ और ‘तु बोल त सै’ पुस्तकों का हुआ लोकार्पण

शब्द रथ न्यूज़ ब्यूरो। प्रेमलता सजवाण के हिंदी कविता संग्रह मुझे कुछ कहना है और…

ब्राह्मण समिति के आयोजित कवि सम्मलेन में कवियों ने जमाया रंग

ब्राह्मण समिति के होली मिलन और कवि सम्मलेन आयोजित किया।  अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन…

जन्माष्टमी पर विशेष: कवि/गीतकार वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” का सार छंद में एक गीत

वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड ————————————————— मोहन राधा रास रचाते मोहन राधा, गीत बांसुरी गाती…

स्वतंत्रता दिवस विशेष: कवि/गीतकार वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” के घनाक्षरी छंद

वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” कवि/गीतकार 9412937280,7906483038 ———————————————– 1- मात भारती को हाथ जोड़ के प्रणाम मेरा…

ओज के कवि जसवीर सिंह हलधर की एक रचना … हिन्दू की लाशों पर शासन, जिनका कारोबार रहा है

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड -9897346173 ————————————————— कविता -जागो भारत वासी हिन्दू की लाशों पर…