मुख्यमंत्री ने की घोषणा…टिहरी में खुलेगा अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्यालय
-मंगलवार को शुरू हुआ टिहरी लेक फेस्टिवल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के किया फेस्टिवल का शुभारंभ। मुख्यमंत्री ने की कई घोषणाएं
देहरादून (Dehradun)। टिहरी लेक फेस्टिवल (Tehri lake festival) का शुभारंभ मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत (CM trivendra Singh Rawat) ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टिहरी में भागीरथी के तट पर अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्यालय (international vaidik school) की स्थापना करने की घोषणा की। इस विद्यालय में विद्यार्थियों को संस्कृत (Sanskrit) के साथ ही हिंदी व अंग्रेजी (Hindi and English) का भी ज्ञान दिया जाएगा। इस विद्यालय से विश्व के लोग भारतीय संस्कृति का ज्ञान हासिल कर सकेंगे। यहां पर 500 प्रशिक्षणार्थियों को स्कूबा डाइविंग सिखाई जाएगी। साथ ही लाइट व साउंड शो की शुरूआत भी की जाएगी।
प्रत्येक वर्ष वसंत पंचमी को होगा टिहरी लेक फेस्टिवल
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि टिहरी में उत्तराखंड का भविष्य है। पहले टिहरी लेक फेस्टिवल किस दिन मनाया जाए, इसे लेकर कोई तारीख तय नहीं थी। अब गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। टिहरी लेक फेस्टिवल अब से हर वर्ष वसंत पंचमी के दिन ही होगा।
नई टिहरी के विकास के लिए 1210 करोड़ रुपए
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतापनगर के लोगों ने काफी दिक्कतें झेली हैं। सरकार ने उन्हें मोटरेबल डोबरा चांठी पुल दिया है, जिससे उनकी परेशानी दूर हुई। साथ ही पर्यटकों और उत्तरकाशी के लोगों को भी सुविधा मिली है। मसूरी में कारोबार व पर्यटन में सैचुरेशन आ गया है। टिहरी में पर्यटक कुछ दिन रुके और यहां का लुत्फ उठाएं, इस कल्पना के साथ हम टिहरी क्षेत्र का विकास कर रहे हैं। इसके लिए 1210 करोड रुपए से नई टिहरी को विकसित करने का कार्य चल रहा है।
उत्तराखंड ही होगा पर्यटन का हब
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए एडवेंचर विंग की स्थापना की गई है, जिसका असर राज्य में देखने को मिल रहा है। आज भीमताल, अल्मोड़ा, सतपुली और टिहरी में साहसिक गतिविधियों का सफलतापूर्वक आयोजन हो रहा है। टिहरी का विकास इस तरह से किया जा रहा है कि लोग पलायन न करें और उन्हें यहीं पर रोजगार मिले। हमें विश्वास है कि पर्यटन का हब यदि कोई राज्य होगा तो वह उत्तराखंड ही होगा।
मुख्यमंत्री ने की यह घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं की। इनमें टिहरी झील के आसपास 500 हैक्टेयर भूमि पर पर्यटन गतिविधियों का नियोजन, कोटी में स्कूबा डाइविंग प्रशिक्षण के लिए स्विमिंग पूल का निर्माण, डोबरा-चांठी में बोटिंग पॉइंट, पब्लिक/इको पार्क का निर्माण, कोटी में स्थाई बोटिंग पॉइंट, 500 स्थानीय लोगों को एक वर्ष के अंदर साहसिक खेलों का प्रशिक्षण, प्रतापनगर में लोक निर्माण विभाग के स्वामित्व के राजमहल में संग्रहालय का निर्माण, टिहरी झील में लाइट एंड साउंड की व्यवस्था, टिहरी लेक सिटी के नाम से प्रतापनगर पहाड़ी पर हॉलीवुड की तर्ज पर विशाल साइनेज, कोटी में पीपीपी मोड़ से एक अंतराष्ट्रीय स्तर का वैदिक विद्यालय, कोटी में घाट का निर्माण, नई टिहरी शहर में भूस्वामियों के पास अतिरिक्त कब्जे की भूमि को बाजार/सर्किल रेट पर आवंटन की घोषणा आदि शामिल हैं।
टिहरी झील बनेगी इंटरनेशनल डेस्टिनेशन
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि टिहरी लेक फेस्टिवल के कारण आज बहुत से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। वाटर स्पोर्ट्स की जैसी संभावनाएं टिहरी में हैं, वैसी संभावनाएं पूरे भारत में कहीं भी नहीं है। टिहरी झील आने वाले समय में इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित होगी। इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ धनसिंह रावत, विधायक धन सिंह नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव एडवेंचर विंग कर्नल अश्विन पुंडीर, जिलाधिकारी इवा श्रीवास्तव, पर्यटन अपर निदेशक पूनम चंद आदि मौजूद रहे।