कोविड कर्फ्यू से अनलॉक करने की तैयारी में उत्तराखंड सरकार
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार कुछ कम होने के बाद अब देहरादून, हरिद्वार, बागेश्वर, चंपावत और ऊधमसिंहनगर जनपदों को कोविड कर्फ्यू में रियायत मिल सकती है। जिन जिलों में संक्रमण कम हो रहा है, सरकार उन्हें धीरे-धीरे अनलॉक करने की तैयारी में है।
कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेल रहे देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर जिलों में अब संक्रमण में गिरावट आई है। एक्टिव केस घटने के साथ ही इन जिलों में रिकवरी दर बढ़ी है। हरिद्वार की संक्रमण दर सबसे कम 2.91 प्रतिशत रही है। जबकि, चार पर्वतीय जनपदों में संक्रमण की दर कम नहीं हो रही है। यहां संक्रमण दर अब भी 10 प्रतिशत से ऊपर है। ऐसे में इन जिलों को अभी कोविड कर्फ्यू से छूट मिलना मुश्किल है।
उत्तराखंड में थे 80 हजार सक्रिय मामले
प्रदेश में मई के एक पखवाड़े में 80 हजार से ज्यादा कोविड के सक्रिय मामले थे। वह अब 27 हजार हैं। सक्रिय मामले कम होने पर सरकार उक्त जिलों को राहत देने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी कहा है कि कम संक्रमण वाले जनपदों को कर्फ्यू में छूट दी जाएगी।
किस जनपद में कितनी संक्रमण दर
उत्तराखंड में जारी आंकड़ों के अनुसार 24 मई से 30 मई के बीच संक्रमण दर हरिद्वार में 2.91 प्रतिशत, बागेश्वर में 3.99 प्रतिशत, चंपावत में 4.78 प्रतिशत, यूएसनगर में 5.13 प्रतिशत और देहरादून में 5.35 प्रतिशत रही। रिकवरी के मामले में भी बेहतर प्रदर्शन करने वाले इन जनपदों को सरकार कर्फ्यू में ढील दे सकती है। वहीं, उत्तरकाशी में संक्रमण दर 5.83 प्रतिशत, रुद्रप्रयाग में 8.36 प्रतिशत, टिहरी में 8.58 प्रतिशत, नैनीताल में 8.75 प्रतिशत है। जबकि, पौड़ी में 10.54 प्रतिशत, अल्मोड़ा में 10.33 प्रतिशत, पिथौरागढ़ में 10.26 प्रतिशत व चमोली में 10.19 प्रतिशत है।
अब पहाड़ी जनपदों में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
उत्तराखंड में वर्तमान में मैदान के बजाय पहाड़ी जनपदों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। चार सबसे अधिक संक्रमण रेट वाले जनपद पहाड़ी ही हैं। कोरोना से रिकवरी के मामले में देहरादून (93.9%) सबसे आगे है। दूसरे नंबर पर नैनीताल (93.2%) है। जबकि, पिथौरागढ़ व चमोली 79.4% की दर के साथ संयुक्त रूप से सबसे पीछे हैं।