हरक सिंह रावत का वन महकमा अब सालभर रहेगा अलर्ट
-राज्य के जंगलों में इस साल सर्दियों में आग लगने की घटनाएं अधिक हुई हैं। इसलिए वनों को बचाने के लिए अब सालभर फायर सीजन रखने का निर्णय लिया गया है।
देहरादून (dehradun)। वन मंत्री (forest minister) डॉ हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) ने राजनीतिक उठापटक से इतर काम पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। उन्होंने वन महकमे (forest department) में बड़ा बदलाव किया है। उत्तराखंड में फायर सीजन (fire season) अब चार महीने के बजाय पूरे सालभर रहेगा यानी जंगलों को आग से बचाने के लिए वन महकमा सालभर अलर्ट मोड पर ही रहेगा।
रावत ने बताया कि राज्य में सर्दियों में भी आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। इसको देखते हुए सालभर फायर सीजन रखने का निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि उत्तराखंड (uttrakhand) में फायर सीजन 15 फरवरी से शुरू होकर जून तक रहता है। इस दौरान बढ़ती गर्मी के कारण जंगलों में आग लगने की घटनाएं अधिक होती हैं। इस बार सर्दी में भी आग लगने की घटनाएं शुरू हो गई हैं।
सर्दी में आग लगने की 200 घटनाएं
एक अक्टूबर से लेकर तीन दिसंबर तक की अवधि में राज्य में आग लगने की 200 घटनाएं हुई। इनमें से गढ़वाल क्षेत्र में 123 और कुमाऊं में वनों में आग लगने की 77 घटनाएं हुईं। कुल 279.02 हेक्टेयर जंगल इसमें जलकर खाक हो गया। गढ़वाल क्षेत्र के तहत पौड़ी वी उत्तरकाशी जनपदों में जंगल सर्वाधिक झुलसे हैं।