गैस सिलेंडर के दाम से लेकर बैंकिंग नियमों में मार्च में बड़े बदलाव
-हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर के दाम से लेकर बैंकिंग सेवाओं तक में बदलाव होते हैं। इस बार भी गैस सिलेंडर की कीमत में बदलाव की संभावना है। मार्च 2022 में कुछ और खास बदलाव होने वाले जो सीधे आपको प्रभावित करेंगे।
एलपीजी सिलेंडर की कीमत हर महीने की पहली तारीख को तय होती है। गैस के दाम आम आदमी की रसोई से जुड़े हैं तो लोगों की इस पर सबसे ज्यादा नजर रहती है। कई महीनों से रसोई गैस की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है, ऐसे में एक मार्च 2022 को इसकी कीमत में बदलाव की संभावना है। देखना होगा कि एक मार्च को सिलेंडर की कीमतों में इजाफा होता है या दाम स्थिर रहते हैं।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक लेगा
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने अपने डिजिटल सेविंग्स अकाउंट के लिए क्लोजर चार्जेज लेना शुरू कर दिया है। आपका इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में बचत खाता है तो आपको इस चार्ज का भुगतान करना होगा। चार्ज 150 रुपये है, इस पर जीएसटी अलग से देना होगा। बैक की ओर से ये नया नियम 5 मार्च 2022 से लागू कर दिया जाएगा।
सर्टिफिकेट जमा करने की अंतिम तारीख
पेंशनर्स के लिए 28 फरवरी लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की अंतिम तारीख है यानी मार्च से सरकार की ओर से दी गई छूट खत्म हो जाएगी। गौरतलब है कि पेंशन निरंतर पाने के लिए जरूरी है कि पेशनर्स अपना जीवन प्रमाण पत्र एक मार्च से पहले जमा करें। आम तौर पर जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की आखिरी तारीख हर साल 30 नवंबर होती है। लेकिन, सरकारी पेंशनभोगियों को राहत देते हुए इस साल दो बार तारीख बढ़ाई गई। अगर समय सीमा से पहले जीवन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया तो पेंसन रुक जाएगी। ऐसे में आप घर बैठे भी जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। इसके लिए आपको डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जनरेट करना होगा।
नया प्रॉप्राइटरी कोड शुरू नहीं होगा
डिजिटल पेमेंट में बड़े बदलाव की तैयारी आरबीआई ने कर ली है। प्रॉप्राइटरी क्यूआर कोड का इस्तेमाल करने वाले एक या अधिक इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड की ओर स्थानांतरित होंगे। स्थानांतरण की प्रक्रिया 31 मार्च तक पूरी होनी है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि कोई भी पीएसओ किसी भुगतान लेनदेन के लिए कोई नया प्रॉप्राइटरी कोड शुरू नहीं करेगा।
बदल रहे एटीएम में कैश भरने के नियम
बैंकों के एटीएम में कैश भरने के लिए नियम मार्च में बदलने जा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को एटीएम में कैश भरने के लिए केवल लॉकेबल कैसेट के इस्तेमाल को लागू करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर मार्च कर दिया था। वर्तमान में, अधिकांश एटीएम (ऑटोमैटेड टेलर मशीन) में नकद धन को ओपन कैश टॉप-अप या स्पॉट पर ही मशीन में कैश डालने के जरिये भरा जाता है। एटीएम में नकद डालने के मौजूदा सिस्टम को खत्म करने के लिए आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि एटीएम में कैश रिपलेनिशमेंट के समय केवल लॉकेबल कैसेट का ही इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाना चाहिए।