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इमरान ने की थी दीक्षा की हत्या, ऋषभ तिवारी बनकर रहा लिव इन में

-इमरान ने नैनीताल के एक होटल में 16 अगस्त को गला दबाकर दीक्षा की हत्या की। दोनों दो साल से लिव इन रिलेशनशिप में साथ रह रहे थे।

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। दीक्षा मिश्रा हत्याकांड में नैनीताल पुलिस ने मुख्य आरोपी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान को आज उत्तर प्रदेश के नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले को लेकर लव जेहाद के एंगल से भी जांच कर रही है। क्योंकि, इमरान पिछले दो सालों से ऋषभ तिवारी बनकर दीक्षा मिश्रा के साथ रह रहा था। मंगलवार 17 अगस्त को दीक्षा मिश्रा के परिजन नैनीताल पहुंचे थे। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने दीक्षा का शव उन्हें सुपुर्द कर दिया था।

इमरान ने दीक्षा से अपनी पहचान छुपाई थी। इमरान पिछले दो सालों से ऋषभ तिवारी बनकर दीक्षा मिश्रा के साथ रह रहा था। दीक्षा का परिवार भी इमरान को ब्राह्मण समझता था। ये खुलासा 17 अगस्त को नैनीताल पहुंचे दीक्षा के परिजनों ने किया।

दीक्षा की हत्या करने के बाद इमरान होटल से फरार हो गया था, वह सीधे नोएडा पहुंचा। नोएडा में वो दीक्षा के फ्लैट पर गया, जहां से उसने अपने सभी दस्तावेज लिए। इमरान अपने साथ दीक्षा का फोन भी ले आया था, जिसका लॉक उसने दीक्षा की बेटी से खुलवाया।

दीक्षा मिश्रा हत्याकांड में कई और चौंकाने वाली बातें भी सामने आयी हैं। इमरान पिछले दो सालों से दीक्षा मिश्रा के साथ उसके फ्लैट में रह रहा था। यह भी पता चला है कि दीक्षा की 10 साल की एक बेटी है। दीक्षा मिश्रा की 2008 में शादी हुई थी, लेकिन 2012 से वो अपने पति से अलग रह रही थी। हाल ही में उसका तलाक हुआ था। दीक्षा पिछले दो सालों से ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान के साथ नोएडा में लिव इन में रह रही थी। इन्हीं सब बातों को लेकर पुलिस अब इस मामले में लव जिहाद के कनेक्शन से भी जांच कर रही है।

हत्या की रात की थी जन्मदिन की पार्टी

नोएडा निवासी दीक्षा मिश्रा अपने तीन दोस्तों ऋषभ (असली नाम इमरान), अलमास उलहक और श्वेता शर्मा के साथ नैनीताल घूमने आई थी। 13 अगस्त को चारों रामनगर के एक रिसॉर्ट में ठहरे थे। 14 अगस्त को वो नैनीताल आए और एक होटल में दो कमरे ले लिए। 15 अगस्त को चारों दिनभर नैनीताल घूमे। रात को दीक्षा के जन्मदिन के मौके पर चारों ने पार्टी की।

सुबह मिला दीक्षा का शव

बर्थडे पार्टी खत्म होने के बाद दीक्षा और इमरान उर्फ ऋषभ एक कमरे में और श्वेता-अलमास दूसरे कमरे में सोने चले गए। 16 अगस्त यानी सोमवार सुबह श्वेता जब दीक्षा को देखने उसके कमरे में पहुंची तो उसने दीक्षा को बेसुध पड़े देखा। श्वेता ने इसकी सूचना होटल स्टाफ को दी। इस बीच होटल कर्मियों ने भी दीक्षा को उठाना चाहा, लेकिन तब तक वो दम तोड़ चुकी थी। तभी से पुलिस दीक्षा के प्रेमी को तलाश रही थी।

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