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कवि हलधर के छन्न पकैया … जहर घुला वाणी में देखो, त्रिवेंद्र है नंगा

जसवीर सिंह हलधर
देहरादून, उत्तराखंड
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छन्न पकैया -बुरा न मानो होली है
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1
छन्न पकैया हलधर भैया, सत्ता की अनुरागी।
ममता दीदी टखना टूटा, फिरती भागी भागी।।
सा रा रा रा रा—-जोगिरा -सा रा रा रा

2
छन्न पकैया हलधर भैया, कुर्सी का है पंगा।
जहर घुला वाणी में देखो, त्रिवेंद्र है नंगा।।
सा रा रा रा रा—जोगिरा -सा रा रा रा

3
छन्न पकैया हलधर भैया, झूठ मूठ का डंका
सच्ची बात जान ली सबने, जली खाप की लंका।।
सा रा रा रा रा —-जोगिरा -सा रा रा रा

4
छन्न पकैया हलधर भैया, घाटी में हरियाली ।
हठी तीन सौ सत्तर धारा, आये अब खुशहाली।।
सा रा रा रा रा—– जोगिरा सा रा रा रा

5
छन्न पकैया हलधर भैया, सुन लो बात हमारी।
धरा पूत खेतों में रोता, मौज करे व्यापारी।।
सा रा रा रा रा– जोगिरा -सा रा रा रा

6
छन्न पकैया हलधर भैया, राहुल फटा पजामा।
कश्मीरी चाचा जी रूठे, रूठे सिब्बल मामा।।
सा रा रा रा रा–जोगिरा -सा रा रा रा रा

7
छन्न पकैया हलधर भैया, खेती बिल हंगामा।
खाप आड़ में करे सियासत, चला न टिकैत ड्रामा।।
सा रा रा रा—-जोगिरा – सा रा रा रा

8
छन्न पकैया हलधर भैया, मोदी शाह लपेटा।
ऐसा धोबीपाट मारते, बाप बचे ना बेटा।।
सा रा रा रा—- जोगीरा —सा रा रा रा

9
छन्न पकैया हलधर भैया, मन की बात सुनाये।
थाली पीटो दीप जलाओ ,कोरोना भग जाये।।
सा रा रा रा—– जोगीरा सा रा रा रा रा

10
छन्न पकैया हलधर भैया, खुशी देश में छाई।
कोरोना से जीत सुनिश्चित, हमने दवा बनाई।।
सा रा रा रा— जोगिरा– सा रा रा रा रा

11
छन्न पकैया हलधर भैया, कोरोना का भय है।
लहर दूसरी आ धमकी है, मुझको ये संसय है।।
सा रा रा रा— जोगिरा— सा रा रा रा
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प्रकाशित 29/3/2021
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