-उद्यान मंदिर के पीछे स्थापित दिव्य शिला के समीप से होकर आदिगुरु शंकराचार्य समाधि स्थल तक बनेगा। यहां भगवान के बारह ज्योतिर्लिंगों के चित्र और उनकी महत्ता की जानकारी मिलेगी। यहां देव पुष्प व पादपों की वाटिका विकसित की जाएगी।
केदारनाथ धाम में बाबा के भक्तों को 12 ज्योतिर्लिंगों के एक साथ दर्शन हो सकेंगे। मंदिर के पीछे भव्य शिव उद्यान का निर्माण किया जाएगा। साथ ही संग्रहालय भी बनेगा। संग्रहालय में केदारनाथ के इतिहास से जुड़ी प्राचीन वस्तुएं और साहित्य संग्रहित होगा। मास्टर प्लान के तहत पुनर्निर्माण के तीसरे चरण में ये सभी प्रस्तावित काम होने हैं, इनकी डीपीआर तैयार की जा रही है।
मास्टर प्लान के तहत पुनर्निर्माण के तीसरे चरण में केदारनाथ मंदिर के पीछे भव्य शिव उद्यान बनाया जाएगा। उद्यान मंदिर के पीछे स्थापित दिव्य शिला के समीप से होकर आदिगुरु शंकराचार्य समाधि स्थल तक बनेगा। यहां भगवान के बारह ज्योतिर्लिंगों के चित्र और उनकी महत्ता की जानकारी मिलेगी। यहां देव पुष्प व पादपों की वाटिका विकसित की जाएगी, जिसमें बेलपत्र, सुराई, पदम, ब्रह्मकमल, भृंगराज आदि पुष्प व पादप प्रजातियों का रोपण किया जाएगा।