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मुल्ला बिरादर 20 साल बाद शान से लौटा अफगानिस्तान.. कौन है मुल्ला बिरादर?

-मुल्ला बिरादर 20 साल बाद शान के साथ अफगानिस्तान लौटा है। कतर से विमान में मुल्ला अपने देश लौटा। जानिए कौन है यह मुल्ला बिरादर

मुल्ला बिरादर वर्तमान में तालिबान का सर्वोच्च नेता है। 20 साल बाद मुल्ला बिरादर यानी मुल्ला अब्दुल गनी बिरादर अफगानिस्तान लौटा है। 2001 में तालिबान की सरकार के पतन के बाद मुल्ला बिरादर पाकिस्तान भाग गया था। उसके बाद उसने वहीं से तालिबान का नेतृत्व किया। अफगानिस्तान व अमेरिकी फौज से 20 साल की लड़ाई के बाद आखिरकार तालिबान ने दोबारा अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है।
अफगानी सरकार की सेना ने इस बार बिना लड़े ही हथियार डाल दिए, ऐसे में तालिबान ने आसानी से देश पर कब्जा कर लिया। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद मुल्ला बिरादर अपने देश लौट आया है। संभावना है कि अब मुल्ला बिरादर अफगानिस्तान का राष्ट्रपति बनेगा।

Mullah Abdul Ghani Biradar
मुल्ला बिरादर

गौरतलब है कि अमेरिका के अनुरोध पर गिरफ्तार होने के तीन साल से भी कम समय पहले पाकिस्तान की जेल से मुल्ला बिरादर रिहा हुआ। तालिबान नेता अब्दुल गनी बरादर अफगानिस्तान में 20 साल से चल रहे युद्ध के निर्विवाद विजेता के रूप में उभरा है। जबकि, हैबतुल्लाह अखुंदजादा तालिबान का समग्र नेता है, बरादर इसका राजनीतिक प्रमुख और इसका सबसे बड़ा पब्लिक फेस है। रविवार को एक टेलीविजन बयान में उसने कहा कि तालिबान की असली परीक्षा अब शुरू हुई है, उसे राष्ट्र की सेवा करनी है। 1968 में उरुजगान प्रांत में जन्मे अब्दुल गनी बरादर ने 1980 के दशक में सोवियत संघ के खिलाफ अफगान मुजाहिदीन में लड़ाई लड़ी। 1992 में रूसियों को बाहर निकालने के बाद और देश में प्रतिद्वंद्वी गुटों के युद्ध के बीच बरादर ने अपने पूर्व कमांडर और बहनोई, मोहम्मद उमर के साथ कंधार में मदरसा स्थापित किया।

– तालिबान के सबसे कद्दावर नेता मुल्ला उमर के बाद मुल्ला बिरादर की हैसियत नंबर दो की थी

-मुल्ला उमर की मौत के बाद मुल्ला बिरादर की पोज़िशन नंबर एक की है

-मुल्ला बिरादर का जन्म 1968 में अफ़ग़ानिस्तान के उरूज़गान प्रांत में देहरावुद ज़िले के गाँव वीतमाक में हुआ था

-मुल्ला बिरादर की शादी मुल्ला उमर की बहन से हुई है

-मुल्ला बिरादर और पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई दोनों अफ़ग़ानिस्तान की दुर्रानी जनजाति से सम्बन्ध रखते हैं

-मुल्ला अब्दुल ग़नी बिरादर की गिनती उन चार लोगों में होती है जिन्होंने 1994 में तालेबान की शुरूआत की थी

-मुल्ला बिरादर अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान की सत्ता के दौरान रक्षा उपमंत्री भी रहे

-मुल्ला बिरादर को मिलिट्री स्ट्रेटेजिस्ट और कमांड का एक्सपर्ट माना जाता है

-मुल्ला बिरादर ने तालिबान को फंडिंग उपलब्ध कराने का अपना नेटवर्क खड़ा किया था

-मुल्ला बिरादर ने अफ़ग़ान फ़ोर्स के खिलाफ लड़ी जाने वाली सभी लड़ाइयों को लीड किया

-हेरात और क़ाबुल की घेरेबंदी में मुल्ला उमर की प्लान का बड़ा हिस्सा था

-अमेरिकी फ़ोर्स के खिलाफ मुल्ला बिरादर ने कई बड़े हमले को अंजाम दिया है

-मुल्ला बिरादर ऐसे नेताओं में से रहे हैं जो अमरीका और अफ़ग़ानिस्तान सरकार के साथ बातचीत के पक्षधर रहे

-मुल्ला बिरादर के बारे में ये भी बात कही जाती है कि उनके पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के साथ क़रीबी संबंध रहे हैं

-2010  में मुल्ला बिरादर को यूएस पाकिस्तान की जॉइंट फ़ोर्स ने कराची से गिरफ्तार किया था

-गिरफ्तारी के तीन साल बाद ही 2013  में मुल्ला बिरादर को रिहा कर दिया गया

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