उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी: कांग्रेस को चुनाव में हुआ नुकसान: गोदियाल
-राजीव भवन में सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में गोदियाल ने स्वीकार किया कि चुनाव में मोदी फैक्टर और मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद प्रभावी हो गए थे। कांग्रेस जनहित को ध्यान में रखते हुए बेरेाजगारी, महंगाई, सुशासन, पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रही थी। जबकि, भाजपा धुव्रीकरण पर सीमित रही।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। उत्तराखंड में सहसपुर से उठा मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में घातक साबित हुआ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस विवाद के कारण भाजपा धुव्रीकरण की साजिश में कामयाब रही। तीन से साढ़े तीन प्रतिशत प्रतिशत वोट कांग्रेस से छिटक गया। गोदियाल ने कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग करने वाले व्यक्ति को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के मामले की जांच की जाएगी। आखिर किसने उसकी नियुक्ति की।
राजीव भवन में सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में गोदियाल ने स्वीकार किया कि चुनाव में मोदी फैक्टर और मुस्लिम यूनिवर्सिटी विवाद प्रभावी हो गए थे। कांग्रेस जनहित को ध्यान में रखते हुए बेरेाजगारी, महंगाई, सुशासन, पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रही थी। जबकि, भाजपा धुव्रीकरण पर सीमित रही।
मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग रखने वाले कांग्रेस नेता आकिल अहमद को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाने के आदेश से भी गोदियाल ने अनभिज्ञता जाहिर की। कहा कि यह आदेश मेरे हस्ताक्षर से भी हो सकता है। लेकिन, मेरा पैड हस्ताक्षर के साथ पार्टी मुख्यालय में रहता है। इस मामले को दिखवाया जा रहा है।
हार पर आरोप-प्रत्यारोप करने को गलत बताते हुए गोदियाल ने सभी सीनियर नेता और कार्यकर्ताओं को भी नसीहत की कि वो मीडिया और सोशल मीडिया पर बात न रखे। बल्कि पार्टी मंच पर ही अपनी बात रखे। पार्टी की हार की जिम्मेदारी सामुहिक है। किसी पर दोषारोपण नहीं किया जा सकता।
होली के बाद चुनाव नतीजों की समीक्षा
गोदियाल ने कहा कि पूर्व सीएम रावत रामनगर से ही चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन, स्थानीय समीकरण के कारण उन्हें लालकुआं से लड़ने को कहा गया। इसमें मैंने भी पैरवी की। होली के बाद चुनाव नतीजों की समीक्षा की जाएगी।