डॉ अलका अरोड़ा के संचालन में हुआ हृदयांगन का आनलाइन राष्ट्रीय कवि सम्मेलन
-स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हृदयांगन साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था मुंबई ने एक शाम देश के नाम कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमे देशप्रेम वं विविध गीतो की जमकर बरसात हुई। कवि सम्मेलन चार घंटे चला।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। हृदयांगन साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था मुंबई के ऑनलाइन कवि सम्मेलन का शुभारंभ सदाशिव चतुर्वेदी मधुर ने सरस्वती वंदना से की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी प्रलयंकर (लखनऊ) ने कालिदास लिखित अभिज्ञान शाकुन्तलम पर प्रकाश डाला और संस्था की ओर से इस विभूषण से कवियों को सम्मानित करने की सोच की प्रशंसा की। पहले सत्र के कवि सम्मेलन का संचालन देहरादून की डॉ अलका अरोड़ा और दूसरे सत्र का संचालन मुंबई के उमेश चंद्र मिश्र प्रभाकर ने बड़ी खूबसूरती और अपने सुपरिचित अंदाज से किया, जिसकी आनलाइन जुड़े श्रोताओं ने काफी सराहना की।
हृदयांगन संस्था के संस्थापक अध्यक्ष विधु भूषण विद्या वाचस्पति ने कवि/मनीषियों को अभिज्ञान शाकुन्तलम सम्मान 2021 से सम्मानित किया। उन्होने कहा कि सामाजिक गतिविधियो के साथ संस्था साहित्यिक गतिविधियों में नये प्रतिभाशाली कवियों को मंच प्रदान करती है। साथ ही समय-समय पर उनको सम्मानित कर उत्साहवर्धन भी करती है। उन्होंने कहा कि नियमित अंतराल में विशेष अवसरों पर ऐसे आयोजन सांथ की ओर से किए जाते रहेंगे। उन्होने उपस्थित पत्रकार/कवि विनय दीप शर्मा दीप के प्रति आभार व्यक्त किया जो संस्था की सभी गतिविधियों को मीडिया के माध्यम से प्रसारित करते है।
कवि सम्मेलन में विद्युत प्रभा चतुर्वेदी, मंजू देहरादून, तनुजा चौहान नवी मुंबई, कानपुर से डा श्रीहरिवाणी, डा प्रमिला पाण्डेय, डा कमलेश शुक्ला कीर्ती, संतोषी दीक्षित, मुंबई से नागेंद्र नाथ गुप्ता, शारदा प्रसाद दुबे शरतचंद्र, उमेश मिश्रा प्रभाकर, सदाशिव चतुर्वेदी, हरीश तिवारी हास्य व्यंग्य, डा अरूण प्रकाश अनुरागी, विनय दीप शर्मा कवि/पत्रकार, रमेश चन्द्र महेश्वरी, राजहंस बिजनौर आदि ने काव्यपाठ किया।