कवि डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी “अवधूत” का देश के प्रति जनमानस का कर्तव्य गीत
डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी “अवधूत”
मैनपुरी, उत्तर प्रदेश
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गीत
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गर जियो तो जियो देश हित में जियो।
देश हित से बड़ी कोई पूजा नहीं।।
देश मजबूत है तो सुरक्षित है हम,
सैनिकों की वजह से सुरक्षित हैं हम
हैं सजग प्रहरी काम दूजा नहीं।।
गर जियो तो जियो देश हित में जियो।
देश हित से बड़ी कोई पूजा नहीं।।
आस्तीनों के सरपों का फन कूट दो
जो विरोधी हैं उनको न अब छूट दो
उनको कानून का एक दे दो सबक
देश में अब ये साजिश चलेगी नहीं
गर जियो तो जियो देशहितमें जियो।
देशहितसे बड़ी कोई पूजा नहीं।।
देश को थे समर्पित वो आगे बढ़े
अब बो अम्बर पे जाके हुये है खड़े
भारती के लिये अब जियो हर घड़ी
इससे बढ़कर कोई काम दूजा नहीं।
गर जियो तो जियो देश हित में जियो
देश हितसेबदी कोई पूजा नहीं।।