Uncategorized वरिष्ठ कवि जीके पिपिल का राजनीति पर एक मुक्तक … कभी टोपी तो कभी सर का ताज बदल लेता है.. December 25, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————————————– कभी टोपी तो कभी सर का ताज बदल लेता है बड़ा ही शातिर है नये नये अंदाज़ बदल लेता है, जब कभी नहीं लगती राजनीति मुफ़ीद उस को तो फ़िर वो पार्टी तो कभी समाज बदल लेता है।। Tags: काव्य, वरिष्ठ कवि जीके पिपिल, साहित्य Continue Reading Previous शुभ प्रभात … सुविचारNext उत्तराखंड में आज मिले 59 नए पॉजिटिव मरीज, कोई मौत नहीं More Stories Uncategorized फोटोग्राफी प्रतियोगिता में एसजीआरआर विवि की छात्रा कोमल ने मारी बाजी August 18, 2024 admin Uncategorized बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुले, हजारों श्रद्धालु बने साक्षी, किए दर्शन May 12, 2024 admin Uncategorized सातवीं सदी की परंपरा को जिंदा रखे हुए हैं ठाकुर भवानी प्रताप October 23, 2023 admin Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ