Sat. May 31st, 2025

काव्य

फागुन की उमंग पर कवि/गीतकार वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” का एक छंद

वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड —————————————– छंद…. घनाक्षरी धरती धवल हुई, उमंगें नवल हुई उम्मीदें…

डॉ अलका अरोड़ा की जुबानी नारी की व्यथा की कहानी…मेरे हिस्से की धूप तब खिली न थी

डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून ————————————– नारी व्यथा ———————– मेरे हिस्से की धूप तब खिली…

कवि जसवीर सिंह हलधर का शानदार जीत.. लद्दाख क्षेत्र की सरहद पर, आया क्यों हमें डराने को..

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————- कविता-भारत चीन सीमा विवाद ———————————————– सीमा पर पकड़ बनाने…

महाशिव रात्रि पर विशेष… कवि जसवीर सिंह हलधर की भगवान शिव पर शानदार रचना

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ———————————— महाशिवरात्रि पर – शिव स्तुति ————————————– अकाल काल सर्प…

उत्तराखंड के वर्तमान राजनीतिक परिवेश पर कवि/चिंतक विजय स्नेही की कुछ पंक्तियां

विजय स्नेही देहरादून,उत्तराखंड ———————————— वर्तमान राजनीतिक परिवेश पर कुछ पंक्तियां ————————————————– रंग बदलते देखा है,…