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ग़ज़ल

कवि/शाइर जीके पिपिल की ग़ज़ल … हर घटना की अख़बार में कभी कभी ख़बर नहीं होती

जीके पिपिल देहरादून,उत्तराखंड ——————————————- गज़ल हर घटना की अख़बार में कभी कभी ख़बर नहीं होती…

कवि/शाइर जीके पिपिल की एक ग़ज़ल … परिवार ही सच्ची दुनियां होती है दुनियां वालों

जीके पिपिल देहरादून ————————————————- ग़ज़ल कविता सुनना और सुनाना तो सिर्फ़ बहाना है असल उद्देश्य…