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ग़ज़ल

देहरादून से शाइर जीके पिपिल की एक ग़ज़ल… किसी भूली बिसरी कहानी की तरह

जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————— “गजल” ————————- किसी भूली बिसरी कहानी की तरह किसी दरिया…

युवा कवि बृजपाल रावत कविराज की एक ग़ज़ल.. रुख़्तसर होते रिश्ते ये ज़ुबानी कैसी है

बृजपाल सिंह (कविराज) देहरादून, उत्तराखंड —————————————— रुख़्तसर होते रिश्ते ये ज़ुबानी कैसी है हरेक ज़ुबान…

जसवीर सिंह हलधर की ग़ज़ल.. कांठ के घोड़े हकीकत जानते क्या अस्तबल की

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————- ग़ज़ल(हिंदी) —————————— कांठ के घोड़े हकीकत जानते क्या अस्तबल…