काव्य साहित्य जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ का चुनावी मंडाण October 21, 2021 admin जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ उत्तराखंड ———————————— चुनावी मंडाण सावन सदा प्यासा रहे जहां पगडंडियों के पंथ…
काव्य साहित्य कवि जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ की एक रचना…. सोच रहा हूं मैं इस यौवन में August 22, 2021 admin जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ देहरादून, उत्तराखंड —————————————- सोच रहा हूं मैं इस यौवन में इक गीत…