Mon. Jun 2nd, 2025

लोक भाषा

ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर धर्मेंद्र उनियाल धर्मी की रचना.. दिल्ली का बिरालों न छींकू तोड़ी.. दही भी खत्येणी..घ्यू भी गई

धर्मेंद्र उनियाल धर्मी अल्मोड़ा, उत्तराखंड ————————————– यू भी गई….. अर स्यू भी गई, वू भी…