साहित्य कवि/साहित्यकार डॉ राजेश्वर उनियाल की केदारनाथ त्रासदी के समय रचित एक रचना… मौन क्यों केदार है.. June 17, 2021 admin आज से आठ वर्ष पूर्व 16 जून 2013 को केदारनाथ में आई त्राषदी से व्यथित…
साहित्य नीलम पांडेय नील की बहुत ही सुन्दर रचना… हंसी से संक्रमित कर दें लोगों को June 17, 2021 admin नीलम पांडेय नील देहरादून, उत्तराखंड ————————————– हंसो —————— अगर निपट अश्रुओं के बीच हँस सको…
साहित्य हरियाणा गौरव कवि सुनील शर्मा का एक शानदार गीत… अखिल विश्व में अमर कीर्ति हो मेरे हिन्दुस्तान की!! June 17, 2021 admin सुनील शर्मा गुरुग्राम, हरियाणा ————————————— गीत: 🇮🇳वंदेमातरम 🇮🇳 अभिलाषाएं व्यर्थ न जाएं वीरों के बलिदान…
साहित्य सुनील शर्मा की एक सुंदर रचना..चोर लुटेरों ने लूट ली जनता कोरोना की महामारी मैं!!! June 14, 2021 admin सुनील शर्मा गुरुग्राम, हरियाणा ————————————— !!देवदूतों की लूट!! ————————————— यो होगा धोखे का टाइम इस…
काव्य साहित्य डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी का शानदार गीत… पँछी मति भरु गगन उड़ान June 9, 2021 admin डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी अवधूत मैनपुरी, उत्तर-प्रदेश ————————————————– गीत- पँछी मति भरु गगन उड़ान ———————————————— कोमल…
साहित्य डॉ ब्रह्मानंद तिवारी ‘अबधूत’ का एक गीत… क्यों चुराई नींद रातों की हमें समझाइये June 6, 2021 admin डॉ ब्रह्मानंद तिवारी ‘अबधूत’ मैनपुरी, उत्तर प्रदेश —————————————— क्यों चुराई नींद रातों की हमें समझाइये…
साहित्य पुष्पा जोशी ‘प्राकाम्य’ की पर्यावरण दिवस पर एक रचना… कर मेरा श्रँगार तू June 5, 2021 admin पुष्पा जोशी ‘प्राकाम्य’ शक्तिफार्म, सितारगंज ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड ————————————————- कर मेरा श्रँगार तू ——————————- हरी-भरी वसुंधरा,…
साहित्य वरिष्ठ कवि जय कुमार भारद्वाज ‘अरुण’ का गीत.. पोथी पढ़ पण्डित हुए सभी.. फिर ढाई आखर कौन गुने June 1, 2021 admin जय कुमार भारद्वाज अरुण देहरादून, उत्तराखंड ———————————— मानवता —————————— मानव मानव से कटा आज मानव…
साहित्य युवा कवि विनय अन्थवाल की एक कविता… हमें फिर उन्मुक्त कर दो May 30, 2021 admin विनय अन्थवाल देहरादून, उत्तराखंड ————————————— हमें फिर उन्मुक्त कर दो ——————————————- सुनो प्राणेश मेरे कोरोना…
साहित्य डॉ अशोक कुमार मिश्र “क्षितिज” की कविता.. चाँदनी में उद्विग्नता May 28, 2021 admin डॉ अशोक कुमार मिश्र “क्षितिज” देहरादून, उत्तराखंड ————————————————- चाँदनी में उद्विग्नता ———————————– रात जब भी…