भगवान शिव की स्तुति तारा पाठक के शब्दों में
तारा पाठक
वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र
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हे! शिव शम्भु, हे !महेश्वर
पिनाक पाणी, हे! शशि शेखर।
वामदेवा, परशु हस्ताः
कैलाशवासी, महासेन जनकाः।
दक्षाध्वरहर, भुजंगभूषण
त्रिपुरांतकाः, हे! सुरसूदन।
बृषांक, सामप्रिय, हे! गिरिश्वर
हे! शिव शम्भु, हे ! महेश्वर ।
पशुपति, पाशविमोचन, रुद्राः
अजः, जगद्गुरु, गणनाथ, उग्राः।
कपाली, शिवाप्रिय, हे! दिगम्बर
हे! शिव शम्भु, हे! महेश्वर।