प्रमोशन में शिक्षकों की ज्येष्ठता के साथ ही श्रेष्ठता के भी होंगे अंक
-शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की गुरुवार को हुई बैठक। विभिन्न बिंदुओं पर हुई चर्चा। जल्द अमल में लाने के दिए निर्देश
देहरादून (Dehradun)। शिक्षकों के प्रमोशन (teachers pramotion) में ज्येष्ठता (सीनियरटी) के साथ ही अब उनकी श्रेष्ठता (परफार्मेंस) भी अहम होगी। प्रमोशन में परफार्मेंस (performance) के भी अंक जुड़ेंगे। शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडे ने इसके निर्देश शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को दिए हैं।
शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडे (education minister Arvind Pandey) की गुरुवार को शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम (education secretary R Minakshi sundram) के साथ बैठक हुई। बैठक (meeting) में विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श के बाद शिक्षा मंत्री ने सचिव को उन बिंदुओं के क्रियान्वयन के निर्देश दिए
बैठक के मुख्य बिंदु, जिन पर जल्द होगा अमल
-अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को नए सत्र से शुरू करने के लिए कैलंडर बनाकर उसके अनुसार काम किया जाये, इसमें प्रथम चरण में विद्यालयों की सीबीएसई से मान्यता व इन विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के लिए नियमावली तैयार की जाए। नियमावली कैबिनेट के समक्ष रखी जाए। साथ ही इन विद्यालयों की साज सज्जा व आवश्यक संसाधनों के लिये बजट भी विद्यालयों को आबंटित किया जाए।
-राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में अध्यापकों के खाली पद भरने के लिए चयन आयोग के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती पर विचार किया जाए, ताकि चयन प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शी हो।
-शिक्षा विभाग में अध्यापकों कि पदोन्नति में ज्येष्ठता के साथ उनकी श्रेष्ठता के अंक भी रखे जाएँ। श्रेष्ठता के मानक पूरी तरह से उनकी परफॉरमेंस पर आधारित होने चाहिए।
– बीआरपी व सीआरपी के पदों पर पारदर्शी तरीके से नियुक्ति की जाए। इसमें सभी योग्य अध्यापकों को सामान अवसर दिया जाय।
– शिक्षा अधिकारियों की जल्द से जल्द डीपीसी कर उनकी पदोन्नति की की जाय।
-राजकीय इन्टर कॉलेजों में प्रधानाचार्यों के खाली पद को भरने के लिए तत्काल कार्यवाही शुरू की जाय।
-प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के सम्बन्ध में माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय का अध्ययन कर आवश्यक कार्ययाही कि जाए।