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22 महिलाओं को मिला तीलू रौतेली पुरस्कार, अगले वर्ष से पुरस्कार राशि होगी 51 हजार रुपये

-सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागर में आज तीलू रौतेली पुरस्कार व आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार प्रदान किए गए। तीलू रौतेली पुरस्कार के रूप में 31 हजार रुपये की सम्मान धनराशि, प्रशस्ति पत्र व आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार के तहत 21 हजार रुपये की सम्मान राशि व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि अगले वर्ष से तीलू रौतेली पुरस्कार व आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार की धनराशि बढ़ाकर 51 हजार रुपये की जाएगी। उन्होंने भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वन्दना कटारिया को महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ब्रांड एम्बेसेडर बनाने की भी घोषणा की।

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागर में तीलू रौतेली पुरस्कार व आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार के लिए चयनित राज्य की महिलाओं को सम्मानित किया। इस वर्ष 22 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार व 22 महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। तीलू रौतेली पुरस्कार प्राप्तकताओं को 31 हजार रुपये की सम्मान धनराशि व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। जबकि, आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार के तहत 21 हजार रुपये की सम्मान राशि व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि अगले वर्ष से तीलू रौतेली पुरस्कार एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार की धनराशि बढ़ाकर 51 हजार रुपये किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वन्दना कटारिया को उत्तराखण्ड महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ब्रांड एम्बेसेडर बनाने की भी घोषणा की।

धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में हर क्षेत्र में मातृशक्ति की बड़ी भूमिका रही है। उत्तराखण्ड अलग राज्य निर्माण की मांग हेतु महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने मातृ शक्ति को नमन करते हुए कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की गई है। कोरोना काल में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता या सरंक्षक को खोया है, उनको राज्य सरकार प्रति माह 3 हजार रूपये व निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थित मजबूत होनी जरूरी है। बच्चों के शुरूआती चरण के विकास में आंगनबाडियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। माता-पिता के बाद बच्चों को संस्कार देने के शुरूआत आंगनबाड़ी से ही होती है।

धामी ने कहा कि जो लोग सीमित संसाधन होने पर बड़ी उपलब्धि हांसिल करते हैं, उनकी अलग ख्याति होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जीवन सामान्य परिस्थितियों में बीता, लेकिन आज उनकी कार्यशैली से भारत को वैश्विक पटल पर एक अलग पहचान मिली है। आज देश हर क्षेत्र में तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने अपने बचपन के संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा के दौरान हम भी तख्ती (पाटी) पर लिखते थे। जिसके लिए चूने का घोल इस्तेमाल किया जाता था।

धामी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि मातृ शक्ति को इन योजना का लाभ मिला। राज्य में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना चलाई जा रही है। जिसमें गर्भवती महिलाओं एवं नवजात कन्या शिशु के लिए किट दी जा रही है। राज्य सरकार जनता के साथ साझीदार की भूमिका में कार्य कर रही है। समाज के हर वर्ग के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है।

महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखण्ड की वीरांगना तीलू रौतेली के जन्म दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली राज्य की चयनित महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार व आंगनबाड़ी में अच्छा कार्य करने वाली महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मात्र 15 वर्ष की आयु में ही वे रणभूमि में कूद पड़ी थी। उन्होंने बहुत कम आयु में सात युद्ध लड़े। यह दिन प्रदेश की महिलाओं को सम्मानित करने का सबसे अच्छा दिन है। तीलू रौतेली ने जिस वीरता का परिचय दिया, आज यह हमारे सामने एक इतिहास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पिताजी ने आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए अपनी जमीन दान दी थी।।

इनको मिला तीलू रौतेली पुरस्कार

डॉ.राजकुमारी भंडारी चौहान, श्रीमती श्यामा देवी, श्रीमती अनुराधा वालिया, डॉ. कंचन नेगी, सुश्री रीना रावत, सुश्री वन्दना कटारिया, सुश्री चन्द्रकला तिवाड़ी, श्रीमती नमिता गुप्ता, श्रीमती बिन्दुवासिनी, सुश्री रूचि कालाकोटी, सुश्री ममता मेहता, कु. अंजना रावत, श्रीमती पार्वती किरौला, कु. कनिष्का भण्डारी, श्रीमती भावना शर्मा, श्रीमती गीता जोशी, श्रीमती बबीता पुनेठा, श्रीमती दीपिका बोहरा, कु. दीपिका चुफाल, श्रीमती रेखा जोशी, श्रीमती रेनू गडकोटी, सुश्री पूनम डोभाल।

इनको मिला राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ती पुरस्कार

श्रीमती गौरा कोहली, श्रीमती पुष्पा प्रहरी, श्रीमती पुष्पा पाटनी, श्रीमती गीता चन्द, कुमारी गलिस्ता, सुश्री अंजना, श्रीमती संजू बलोदी, कु. मीनू, सुश्री ज्योतिका पाण्डेय, सुश्री सुमन पंवार, सुश्री राखी, सुश्री सुषमा गुसांई, श्रीमती आशा देवी, श्रीमती दुर्गा बिष्ट, श्रीमती सोहनी शर्मा, श्रीमती वृंदा, सुश्री प्रोन्नति विस्वास, सुश्री हन्सी धपोला, सुश्री गायत्री दानू, श्रीमती हीरा भट्ट, श्रीमती सुषमा पंचपुरी, श्रीमती सीमा देवी।

इस अवसर पर विधायक खजानदास, सचिव हरि चन्द्र सेमवाल, अपर सचिव प्रशांत आर्य मौजूद थे।

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