खुलासा: यूकेडी प्रत्याशी ने खुद रचा था अपने पर हमले का प्रपंच
-यूकेडी प्रत्याशी ने चुनाव में लाभ लेने के उद्देश्य से खुद ही अपने पर हमले की घटना को अंजाम दिया है। 12 फरवरी की रात जवाड़ी बाईपास पर उनके द्वारा पत्थर से अपने वाहन को क्षतिग्रस्त किया गया और खुद पर हल्की चोटें भी लगाईं। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पीड़ित व उसके साथी नहीं मिले। बल्कि पीड़ित द्वारा निजी चिकित्सालय में अपना उपचार कराया जा रहा था।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। विस चुनाव के दौरान 12 फरवरी की रात रुद्रप्रयाग में उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हुए हमले को पुलिस ने झूठा करार दिया है। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पीड़ित व उसके साथी नहीं मिले। पीड़ित निजी चिकित्सालय में अपना उपचार करा रहा था।
अग्रवाल कहना है कि चुनाव में लाभ लेने के लिए प्रत्याशी ने खुद यह प्रपंच रचा था। मामले की विवेचना पूरी करते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 182 में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं, डिमरी ने घटनाक्रम की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर सत्तापक्ष के दबाव में जांच करने का आरोप लगाया है।
हमले की कोई घटना नहीं हुई
12 फरवरी की रात जवाड़ी बाईपास पर उनके द्वारा पत्थर से अपने वाहन को क्षतिग्रस्त किया गया और खुद पर हल्की चोटें भी लगाईं। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पीड़ित व उसके साथी नहीं मिले। बल्कि पीड़ित द्वारा निजी चिकित्सालय में अपना उपचार कराया जा रहा था। पुलिस द्वारा उन्हें जिला चिकित्सालय में लाया गया, जहां मेडिकल कराने के बाद कोतवाली रुद्रप्रयाग में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की विवेचना पूरी कर दी गई है। विवेचना में यह बात स्पष्ट तौर पर सामने आई है कि यूकेडी प्रत्याशी द्वारा अपने ऊपर हुए हमले की सूचना पूरी तरह से भ्रामक है। उनके साथ किसी भी प्रकार की हमले की कोई घटना नहीं हुई है।
हमले की नहीं हो पाई पुष्टि
सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स सहित लोगों के बयानों में भी हमले की पुष्टि नहीं हो पाई है। प्रत्याशी द्वारा चुनाव में फायदा लेने व सहानुभूति प्राप्त करने के इरादे से यह कृत्य किया गया है। प्रत्याशी द्वारा स्वयं अपने वाहन के शीशे पत्थर से तोड़े गए और अपने पर कुछ हल्की चोटें लगाई गई।
182 के तहत कार्रवाई
एसपी ने बताया कि मामले में आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई कर रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जा रही है। इधर, यूकेडी प्रत्याशी ने पुलिस पर सत्तापक्ष के दबाव में जांच करने का आरोप लगाया है। बिना उनके बयान लिए विवेचना पूरी कर दी गई है, जो अनुचित है। उन्होंने सीबीआई से मामले की जांच करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को भी मामले में पत्र भेजने की बात कही है।