उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022: सियासी पंडितों का गणित भी उलझा, किसका पलड़ा भारी, अंदाजा मुश्किल
-भाजपा/कांग्रेस दोनों ही दल खुद को 40 से अधिक सीटें दे रहे हैं। सियासी जानकार 70 विधानसभा सीटों में एक सीट आम आदमी पार्टी को, दो उत्तराखंड क्रांति दल को, दो बहुजन समाज पार्टी को और तीन निर्दलीयों को दे रहे हैं। इनमें से ज्यादातर सीटों पर भाजपा/कांग्रेस भी अपना दावा कमजोर मान रही है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पिछले चुनाव के बराबर ही रहा। भाजपा/कांग्रेस अपने-अपने गणित के हिसाब से प्रदेश में सरकार बना रहे हैं। रोचक यह है कि दोनों दल खुद को 40 से अधिक सीटें दे रहे हैं। लेकिन, 2022 के चुनाव में सिर्फ 65.37 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव की तुलना में 0.18 प्रतिशत कम है। पिछले चुनाव में 65.55 प्रतिशत वोट पड़े थे। इस वोट प्रतिशत पर भाजपा 57 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल करने में कामयाब रही थी। इस बार भी मत प्रतिशत तकरीबन उतना ही है। ऐसे में सियासी पंडित अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं कि 53 लाख 42 हजार 462 मतदाताओं ने किसके पक्ष में मतदान किया।
आखिर प्रदेश में किस पार्टी की सरकार बनने जा रही है। सियासी पंडित भी अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं। राज्य के चुनावी इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो 2002 में पहले विस चुनाव में 54.34 प्रतिशत वोट पड़े थे और कांग्रेस सत्ता में काबिज हुई। 2007 में वोट प्रतिशत बढ़ा और कांग्रेस की सत्ता से विदाई हुई। 2012 में फिर वोट प्रतिशत बढ़कर 66.17 प्रतिशत हो गया और कांग्रेस सत्ता पर काबिज हुई। लेकिन, 2017 में वोट प्रतिशत में कुछ गिरावट आई और यह 65.56 प्रतिशत पर अटक गया।
इस वोट प्रतिशत में भाजपा ने प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई। 2022 के चुनाव में कुछ मतदान में थोड़ी सी कमी आई। सियासी जानकार इस थोड़ी कमी के चुनावी निहितार्थ नहीं निकाल पा रहे हैं। प्रदेश में सरकार किस दल की बन रही है, ये बता पाने में सियासी जानकार बेशक मुश्किल महसूस कर रहे हों। लेकिन, भाजपा/कांग्रेस अपने-अपने गणित के हिसाब से प्रदेश में सरकार बना रहे हैं।