जेएनएन, कुरुक्षेत्र। एक कहानी जो आपने बचपन से सुनी होगी। एक चरवाहा था। वह बकरियों के साथ जंगल जाता था। एक दिन उसने कहा भेड़िया आया भेड़िया आया…। लोग जब पहुंचे तो कोई नहीं था। वह अब रोज ऐसा करने लगा। कुछ दिन तो लोग गए, लेकिन बाद में लोगों ने उसकी ऐसी आदत समझकर जाना बंद कर दिया।
एक दिन वह चिल्लाया भेड़िया आया… भेड़िया आया..। उस दिन सचमुच भेड़िया आया था, लेकिन लोगों को विश्वास नहीं हुआ और भेड़ियों ने सारी बकरियों को मार डाला। उसके बार-बार के झूठ ने इस बार उसे नुकसान पहुंचा दिया।
ऐसी ही कहानी कैथल के गांव शेरदा निवासी एक व्यक्ति केे साथ घटी। वह अक्सर अपने परिवार को दुर्घटना में घायल होने का झूठ बोलता था। इस बार जब वह सच में घायल हुआ तो किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया। ऐसे में अंतिम समय में उसे परिवार का साथ नहीं मिल पाया और उसने चंडीगढ़ पीजीआइ में दम तोड़ दिया।
कैथल के गांव नरड़ निवासी व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि 1 जून की शाम को उसके भाई ने बताया कि कैथल के गांव शेरदा निवासी मामा का फोन आया था। फोन पर उसने बताया कि 31 मई की रात को कुरुक्षेत्र के गांव जोगना खेड़ा के पास सड़क दुर्घटना में वह घायल हो गया है। वह कुरुक्षेत्र के सरकारी अस्पताल में भर्ती है। वे अस्पताल में आ जाएं।
2 जून को मामा का फिर से उसके पास फोन आया कि वह फिलहाल चंडीगढ़ पीजीआइ में भर्ती है। मगर वे इस बात को झूठ समझते रहे, क्योंकि वह पहले भी ऐसे ही झूठ बोलकर उन्हें तंग करता था। 7 जून की शाम को उन्हें पता चला कि जगदीश ने चंडीगढ़ पीजीआइ में दम तोड़ दिया है। एक बार तो उन्हें फिर यकीन नहीं हुआ, लेकिन पुलिस की सूचना पर वे पीजीआइ चंडीगढ़ पहुंचे। कृष्णा गेट पुलिस चौकी प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ सड़क दुर्घटना व गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है।