रक्षाबंधन पर कवि चंदेल साहिब की एक रचना… बहन वही है
चंदेल साहिब हिमाचल प्रदेश —————————– बहन वही है ——————— क़भी डांटे क़भी मनाए. प्यार से…
चंदेल साहिब हिमाचल प्रदेश —————————– बहन वही है ——————— क़भी डांटे क़भी मनाए. प्यार से…
मैं एक बेल हूँ जो अक्सर पेड़ो पर लहराती हूँ… मैने बेल से पूछा कि…
जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ देहरादून, उत्तराखंड —————————————- सोच रहा हूं मैं इस यौवन में इक गीत…
जसवीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड ———————————– कविता – चेतावनी ———————- अब होना युद्ध जरूरी है।…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————- बन्दगी एक रोज़ आशिक़ी में ढल जाती है, कभी सुबह…
जय कुमार भारद्वाज देहरादून, उत्तराखंड ————————————– शब्द: वह यथार्थ है मित्र जो अन्तस के धरातल…
हिमालय के प्रसिद्ध कवि चन्द्र कुँवर बर्त्वाल की जयन्ती पर वरिष्ठ साहित्यकार हेमचंद्र सकलानी का…
पागल फ़क़ीरा भावनगर, गुजरात लहू का उबाल तो हमारा खानदानी है, फ़िर भी सोच तो…
-स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हृदयांगन साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था मुंबई ने एक शाम…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गजल —————– बिना ज़मीन के अब कुछ लोग ज़मींदार हो गये…