साहित्य

कवि/गीतकार वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” का सार छंद में गीत … रास रचाते मोहन राधा, गीत बांसुरी गाती

वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ देहरादून,उत्तराखंड ————————————————————- गीत (सार छंद)  रास रचाते मोहन राधा, गीत बांसुरी गाती…

मशहूर कवि/शाइर डॉ चेतन आनंद का गीत, मन का मौसम अच्छा रखना सबकुछ अच्छा हो जाएगा …

डॉ चेतन आनंद गाज़ियाबाद ———————————————————————— गीत हर दिन जोड़-घटाना छोड़ो, गुणा-भाग के रिश्ते तोड़ो, शुष्क…

मशहूर कवि/शाइर डॉ चेतन आनंद की एक ग़ज़ल … पहले तो होते थे केवल काले, नीले, पीले दिन …

डॉ चेतन आनंद गाज़ियाबाद ———————————————————————— काले, नीले, पीले दिन पहले तो होते थे केवल काले,…

रामनवमी पर विशेष: कवि/गीतकार वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” का प्रभु राम को समर्पित छंद

वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ देहरादून,उत्तराखंड ————————————————– घनाक्षरी कुसुम सनातन के, कुसुमित हुए फिर विराज रहे पावन,…

वरिष्ठ कवि/शाइर जीके पिपिल की ग़ज़ल … जब से देख ली है फ़िल्म कश्मीर फाइल्स हमने …

जीके पिपिल देहरादून ———————————————————————————————- ग़ज़ल किनारों पर भी चलता हूं तो भंवर सा लगता है…