Sat. Nov 23rd, 2024

साहित्य

दल-बदल की राजनीति पर कवि जीके पिपिल की चुटकी … आज वही हुआ है अब घर के रहे ना घाट के रहे

जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————————————- जब बुलंदी पर थे तो चर्चे उनके थाट बाट के…

दल बादल की राजनीति पर कवि जीके पिपिल की चुटकी … कल के किशोर में कितनी जान अभी बाकी है..

जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड —————————————————— होना चुनावी समर का घमासान अभी बाकी है कौशल के…

दल बादल की राजनीति पर कवि जीके पिपिल की चुटकी … उनकी नज़र से उनके दिल से दूर होकर निकले

जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————————– उनकी नज़र से उनके दिल से दूर होकर निकले उनकी…