ग़ज़ल

कवि/शाइर जीके पिपिल की एक ग़ज़ल … परिवार ही सच्ची दुनियां होती है दुनियां वालों

जीके पिपिल देहरादून ————————————————- ग़ज़ल कविता सुनना और सुनाना तो सिर्फ़ बहाना है असल उद्देश्य…

वरिष्ठ कवि/शाइर जीके पिपिल की ग़ज़ल … जब से देख ली है फ़िल्म कश्मीर फाइल्स हमने …

जीके पिपिल देहरादून ———————————————————————————————- ग़ज़ल किनारों पर भी चलता हूं तो भंवर सा लगता है…

देश के मशहूर कवि/शाइर डॉ चेतन आनंद की एक ग़ज़ल … दर्द भी महसूस करके देखिये

डॉ चेतन आनंद गाज़ियाबाद ———————————————————————————————————— ग़ज़ल दर्द भी महसूस करके देखिये। ज़िन्दगी महसूस करके देखिये।…