काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल… उसने इंतजार में जैसे मुझे इंतजार बना दिया है February 18, 2022 newsadmin जीके पिपिल देहरादून। ——————————————————————————————————————————————- गज़ल उसने इंतजार में जैसे मुझे इंतजार बना दिया है आजकल…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल …. तुम जिधर से भी गुज़रो मैं तुम्हारी राह में रहूँ January 24, 2022 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————— गज़ल तुम जिधर से भी गुज़रो मैं तुम्हारी राह में…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक शानदार ग़ज़ल … फलों को हाथों से नहीं पत्थरों से तोड़ा गया January 14, 2022 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————— ग़ज़ल फलों को हाथों से नहीं पत्थरों से तोड़ा गया…
साहित्य ग़ज़ल कवि पागल फकीरा की ग़ज़ल … नासूर पर तो मरहम भी बेअसर से निकले … January 9, 2022 admin पागल फ़क़ीरा भावनगर, गुजरात —————————————- ग़ज़ल नासूर पर तो मरहम भी बेअसर से निकले, करते…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक रचना … जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना December 24, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ग़ज़ल जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना सिर्फ़…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल…. हम चाँद होकर भी अपनी चाँदनी को तरसते रहे December 1, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड —————————————————- गज़ल हम चाँद होकर भी अपनी चाँदनी को तरसते रहे…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की ग़ज़ल… मोहब्बत में गँवाया था गँवाया है कमाया कुछ नहीं November 15, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————————————— ग़ज़ल मोहब्बत में गँवाया था गँवाया है कमाया कुछ नहीं जिस…
काव्य साहित्य ग़ज़ल कवि पागल फकीरा की एक ग़ज़ल… कौन कहता है अफ़वाह फैला रहा हूँ मैं November 13, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात कौन कहता है अफ़वाह फैला रहा हूँ मैं, ख़ुद ही अपना…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल… कोई उनसे कहो कि आज दीवाली है लौट आये… November 4, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड —————————————————————- गज़ल कोई पास ना आने के कर गया बहाने कैसे कैसे…
साहित्य ग़ज़ल कवि/शाइर जीके पिपिल की एक ग़ज़ल… महबूबा अपनी सलामत रहे उम्र दराज़ हो जाये.. October 29, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————- गज़ल हर लफ़्ज़ इश्क़ में डूबा हुआ अल्फ़ाज़ हो जाये…