जसवीर सिंह हलधर की हिंदी गज़ल.. क्रोध में धौली नदी हमने उबलती देख ली..
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————— ग़ज़ल(हिंदी) ————————— पीर पर्वत की पिघल लावा उगलती देख…
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————— ग़ज़ल(हिंदी) ————————— पीर पर्वत की पिघल लावा उगलती देख…
जसवीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड —————————————- ग़ज़ल (हिंदी) —————————— राही सभी थक कर गिरे, चलती…
जसवीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड ———————————————- ग़ज़ल ( हिंदी) ———————————- कौम से मौका परस्ती ठीक…
एलसी जैदिया “जैदि” शाइर बीकानेर, राजस्थान ———————————————– गज़ल —————- अंखियों ने तेरी मुझको मध पिला…
जसवीर सिंह हलधर कवि/शाइर/गीतकार देहरादून, उत्तराखंड ——————————————— मुक्तिका -( ग़ज़ल) ————————————– आदमी का आजकल किरदार…